यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। माफिया अनुपम दुबे के गैंग सरगना अवधेश मिश्रा के गुर्गे और जालसाज अनूप सिंह राठौर उर्फ रच्छू के खिलाफ न्यायालय ने गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है, लेकिन पुलिस संरक्षण के कारण अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, रच्छू पर ठगी के कई गंभीर आरोप हैं। पंजुखिरिया के पूर्व प्रधान गौरव श्रीवास्तव के प्लॉट के बदले रच्छू ने उनसे 7 लाख 70 हजार रुपये ठगे। इसके अलावा, सिक्योरिटी सर्विस के संचालक भानु प्रताप सिंह भदौरिया से भी उसने साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी की, जिसके संबंध में भदौरिया की पत्नी ने मामला दर्ज कराया है।
रच्छू अपनी ठगी के कार्यों में एक प्रख्यात संत की फोटो का सहारा लेता है, जिसे वह सोशल मीडिया पर प्रसारित कर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाता है। पुलिस की निष्क्रियता और कार्रवाई में देरी से जनता में निराशा का माहौल है और वे प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रभावित लोगों ने लगाई न्याय की गुहार प्रभावित व्यक्तियों का कहना है कि रच्छू के खिलाफ कई सबूत होने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पीडि़तों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि न्याय दिलाने में देरी ना हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।