यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह की मौजूदगी में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में एक वर्ग विशेष द्वारा प्रायोजित तरीके से जातिवाद के नारे लगाए जाने का मामला सामने आया है। यह घटना बैठक के दौरान हुई, लेकिन संगठन की ओर से इस पर कोई सख्त कार्रवाई न किए जाने से इस प्रकार की गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, कोर कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक में प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह समेत जिले के कई प्रमुख नेता और अधिकारी मौजूद थे। इसी बीच, एक वर्ग विशेष के लोगों ने संगठित तरीके से जातिवादी नारे लगाए, जिससे बैठक का माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस मामले को लेकर कई लोगों ने नारेबाजी की आलोचना की और इसे सामुदायिक सौहार्द बिगाडऩे की साजिश बताया।
हालांकि, इस गंभीर घटना के बावजूद संगठन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इसे लेकर संगठन के अंदर ही असंतोष बढ़ रहा है। संगठन के कई पदाधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर ऐसे मामलों पर तत्काल कार्रवाई नहीं होती, तो इससे ऐसे तत्वों के हौसले और भी बुलंद हो सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे मामलों में संगठन की चुप्पी कहीं न कहीं भविष्य में गंभीर परिणाम दे सकती है, जिससे पार्टी की छवि और सामुदायिक सद्भाव पर असर पड़ सकता है।
अब देखना यह है कि संगठन इस घटना पर क्या रुख अपनाता है और जातिवादी नारेबाजी में शामिल लोगों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं। जनता को उम्मीद है कि संगठन इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।