रूस की सेना के जनरल स्टाफ के पूर्व डिप्टी प्रमुख को गुरुवार को रिश्वत लेने के आरोप में दोषी पाते हुए सात साल की सजा सुनाई गई है। यह सजा एक दंड कॉलोनी में काटनी होगी। आरोपी पर 2019 से 2023 के बीच उरल पर्वत क्षेत्र की एक फैक्ट्री से रिश्वत लेने का आरोप था, जिसके बदले में उन्होंने उस कंपनी को सरकारी ठेके बढ़ाकर दिए। वह सेना के सिग्नल कॉर्प्स के प्रमुख थे, जो सैन्य संचार की देखरेख करता है।
अदालत ने उन्हें सेना की उपाधि से भी बर्खास्त कर दिया है और सात साल तक किसी सार्वजनिक पद पर काम करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह मामला रूसी सेना में चल रहे कई हाई-प्रोफाइल भ्रष्टाचार मामलों में से एक है।