– बोले“अखिलेश यादव को अकेला मत समझिए, यह करोड़ों युवाओं की आवाज़ है, अब सपा सड़कों पर उतरेगी”
यूथ इंडिया, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक तरफ लोकतंत्र को कुचलने की कोशिशें हो रही हैं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और फ़र्रूख़ाबाद लोकसभा से प्रत्याशी रहे डॉ. नवल किशोर शाक्य ने दो टूक कहा है – “अगर हमारे नेता अखिलेश यादव जी को कोई अपमानित करेगा या गोली मारने की बात करेगा तो हम समाजवादी कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। हम सड़कों पर उतरेंगे और लोकतंत्र की इस हत्या का जवाब देंगे।”
मिर्जापुर में भाजपा से ज़िला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया द्वारा मंच से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपशब्द कहने और खत्म कर देने की बात कहने के साथ ही, आगरा में करणी सेना के नेता द्वारा उन्हें गोली मारने की धमकी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है।
डॉ. नवल किशोर ने तीखा हमला करते हुए कहा,
“राजू कन्नौजिया जैसे मानसिक रूप से दिवालिया लोग भूल जाते हैं कि अखिलेश यादव एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं। वह विचार जो करोड़ों युवाओं, छात्रों, किसानों, दलितों और पिछड़ों की उम्मीद है। उनके खिलाफ बोलना, उस पूरे संघर्षशील समाज का अपमान है।”
उन्होंने करणी सेना और भाजपा के बीच गुप्त गठजोड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि
“ये वही करणी सेना है जो समय-समय पर दलितों और पिछड़ों के खिलाफ जहर उगलती आई है। अब वे खुलेआम मंच से संविधान को चुनौती दे रहे हैं और भाजपा के नेता उनकी भाषा बोल रहे हैं। ये केवल धमकी नहीं, लोकतंत्र की हत्या है।”
राजू कन्नौजिया और गोली मारने की धमकी देने वाले युवक पर एफआईआर की मांग करते हुए डॉ. शाक्य ने कहा कि अगर यूपी पुलिस निष्पक्ष है, तो ऐसे व्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार करे और जेल भेजे।
उन्होंने कहा,
“अगर संविधान न होता, तो आज ये लोग कुर्सी पर नहीं, कपड़े धो रहे होते। ये लोकतंत्र और अंबेडकर साहब के संघर्ष का अपमान है। समाजवादी पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।”
सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा खुलेआम धमकी देने के बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, कोई निंदा तक नहीं हुई – ये योगी सरकार की मूक सहमति है।
उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि
“अब वक्त है सड़क पर उतरने का। ये चुप बैठने का समय नहीं है। अगर आज हमने विरोध नहीं किया, तो कल संविधान को जलाने की बात होगी।”
इस पूरे प्रकरण के बाद फ़र्रूख़ाबाद में सपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। सोशल मीडिया से लेकर गांव-शहरों तक कार्यकर्ता राजू कन्नौजिया की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। फ़र्रूख़ाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा समेत कई जिलों में आक्रोश बढ़ रहा है।
डॉ. नवल किशोर शाक्य की यह अपील अब सपा कार्यकर्ताओं के लिए नेतृत्व का सन्देश बन गई है – “संविधान के सम्मान में, सड़कों पर उतरना अब हमारी जिम्मेदारी है।”