सदर तहसीलदार की जांच में हुआ खुलासा, कोटेदार का लाइसेंस निरस्त, FIR दर्ज
रायबरेली। सदर तहसील क्षेत्र के रहवां गांव में गरीबों के लिए आवंटित 210 क्विंटल राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। जांच में पाया गया कि कोटेदार प्रमोद कुमार ने कार्डधारकों से ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद भी उन्हें राशन नहीं दिया। शिकायतकर्ता गया प्रसाद शुक्ला की लिखित शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई की।
सदर तहसीलदार के निर्देश पर हुई जांच में यह सामने आया कि कोटेदार प्रमोद कुमार ने न सिर्फ राशन वितरण में गड़बड़ी की, बल्कि घटतौली भी की। कार्डधारकों को निर्धारित मात्रा से कम राशन दिया गया या फिर बिल्कुल नहीं दिया गया।
जांच में दोषी पाए जाने पर प्रशासन ने कोटेदार प्रमोद कुमार के खिलाफ राशन की कालाबाजारी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई। साथ ही कोटे की दुकान का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया।
जिला प्रशासन ने रहवां गांव के लिए नए कोटेदार के चयन की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। प्रशासन का कहना है कि गरीबों के हक पर डाका डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।