कमालगंज। ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में एक बार फिर मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। ग्राम पंचायत चौसेपुर में मनरेगा की हाजरी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है, जहां ताश खेल रहे कुछ लोग सरकार के रिकॉर्ड में कामकाजी मजदूर के रूप में दर्ज कर दिए गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्राम पंचायत चौसेपुर में 22 लोगों की हाजरी ऑनलाइन दर्ज की गई, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि यह लोग काम के लिए नहीं, बल्कि ताश खेलते हुए पाए गए थे। यहां तक कि हाजरी में उपयोग की गई फोटो भी वही पुरानी फोटो थी, जिसे बार-बार इस्तेमाल किया गया।
वहीं, ग्राम पंचायत कुंदन गणेशपुर में भी एक और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। यहां एक ही फोटो का उपयोग कर 41 लोगों की हाजरी दर्ज की गई, जो पूरी तरह से धोखाधड़ी का उदाहरण है। इस तरह के फर्जीवाड़े से सरकारी धन की बर्बादी और योजनाओं की नाकामी की ओर इशारा मिलता है।
इस गंभीर मामले पर जब डीसी मनरेगा रणजीत कुमार से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इस तरह के फर्जीवाड़े को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस फर्जीवाड़े के सामने आने से साफ है कि सरकार की योजनाओं में पारदर्शिता और निगरानी की सख्त जरूरत है, ताकि सच्चे लाभार्थियों तक सहायता पहुंच सके और सरकारी धन का दुरुपयोग न हो।
यह घटना सरकारी योजनाओं के सही तरीके से संचालन की आवश्यकता को और भी उजागर करती है, जिससे भविष्य में ऐसे मामलों से बचाजा सके।