यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर/फर्रुखाबाद। भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार, संत महात्माओं, सज्जनों, बुजुर्गों और महापुरुषों का सम्मान समाज के लिए अनिवार्य माना जाता है। समाज को इनसे आत्मीयता, प्रेम, और सद्भावना के साथ मिलना चाहिए। परंतु कुछ लोग इस परंपरा का उल्लंघन कर अराजकता फैलाने से बाज नहीं आते, और ऐसे ही लोग महापुरुषों का अपमान करने से भी नहीं चूकते।
ग्राम ज्ञानपुर, जिला कन्नौज निवासी आत्मा दास, जो फूल सिंह के पुत्र हैं, ने राजेपुर थाना में तहरीर देकर एक ऐसी ही घटना की जानकारी दी। आत्मा दास ने पुलिस को बताया कि वह वर्षों से संत वेश में जीवन व्यतीत कर रहे हैं और भिक्षा के माध्यम से अपना जीवन चलाते हैं। आज सुबह वह राजेपुर तिराहे पर स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर भिक्षा मांगने गए थे। उसी समय, दुकानदार ने उनके साथ गाली-गलौज की। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो दुकानदार ने उनके साथ मारपीट भी की।
आत्मा दास ने अपनी तहरीर में पुलिस से उचित कार्यवाही करने की अपील की है। पुलिस ने तहरीर प्राप्त कर घटना की जांच करने और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।