रामलीला यात्रा में “हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई” के लगे नारे, समाजिक सौहार्द की दिखी अनूठी झलक
फ़र्रुख़ाबाद (नगर फ़तेहगढ़)। रामनवमी के पावन अवसर पर मंगलवार को निकाली गई श्रीराम नवमी यात्रा के दौरान मुस्लिम समाज ने गंगा-जमुनी तहज़ीब की अद्भुत मिसाल पेश की। नगर फ़तेहगढ़ में जैसे ही रामनवमी का भव्य जुलूस गुज़रा, मुस्लिम समाज के लोगों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया। इस सौहार्दपूर्ण माहौल में “हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई” के नारे गूंजते रहे, जिससे सम्पूर्ण वातावरण आपसी प्रेम और एकता के रंग में रंग गया।
इस अवसर पर सैयद यूनुस अंसारी, डॉ. शाकिर अली मंसूरी, अलीम अब्बासी, ख़ालिद, दानिश, सुहेब ख़ान, राजीव वाजपेयी, मनोज मंज़ूल सहित कई अन्य गणमान्य मुस्लिम नागरिकों ने रामलीला परिषद की यात्रा का स्वागत किया और पुष्प वर्षा कर एकजुटता का संदेश दिया।
रामलीला परिषद के अध्यक्ष रवीश दुबे, मुन्ना लाल, पप्पू फोरमैन, रविंद्र कुमार, रितेश प्रजापति सहित परिषद के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी यात्रा के दौरान मौजूद रहे। राम भक्तों का उत्साह और मुस्लिम समुदाय की तरफ़ से मिला प्रेम, दोनों ने मिलकर फ़तेहगढ़ की फिज़ा को भाईचारे के रंग से सराबोर कर दिया।
यात्रा के स्वागत कार्यक्रम के उपरांत वरिष्ठ कांग्रेस नेता रिज़वान ताज के प्रतिष्ठान पर सभी समाज के लोगों ने एकत्र होकर एकता और सौहार्द का संदेश दिया। कार्यक्रम में ऑल इंडिया पसमांदा समाज उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शाकिर अली मंसूरी भी विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि “गंगा-जमुनी तहज़ीब हमारे देश की पहचान है, जिसे हम हर हाल में ज़िंदा रखेंगे।”