यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। आलू, जिसे सब्जियों का राजा कहा जाता है, अब गरीबों की पहुंच से दूर होता जा रहा है। जिले में आलू की कीमतों में भारी उछाल देखा गया है, जिससे आम जनता की रसोई पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने की तुलना में आलू की कीमतों में लगभग 30′ की वृद्धि हुई है। जहां जून में आलू की कीमत 20 रुपये प्रति किलोग्राम थी, वहीं अब यह 26 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। इस वृद्धि का मुख्य कारण उत्पादन में कमी और भंडारण की समस्याओं को बताया जा रहा है।
आलू एक प्रमुख सब्जी है जो गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के भोजन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कीमतों में इस बढ़ोतरी ने उनके बजट को प्रभावित किया है।छोटे दुकानदार और ठेले वाले भी इस महंगाई से परेशान हैं, क्योंकि उन्हें भी अधिक कीमत पर आलू खरीदना पड़ रहा है, जिससे उनका मुनाफा घट गया है।वही किसानों की खुशी, दूसरी ओर, किसान इस साल खुश हैं क्योंकि उन्हें उचित मूल्य मिल पा रहा है और भंडारण की समस्या से जूझना नही पड़ रहा है।
स्थानीय नागरिक और व्यापारी सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि वह इस समस्या का समाधान निकाले और कीमतों को स्थिर रखने के लिए उचित कदम उठाए। अधिकारियों का कहना है कि वे इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं और जल्द ही समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
आलू की कीमतों में इस तरह की अप्रत्याशित वृद्धि ने फर्रुखाबाद के निवासियों को चिंतित कर दिया है। आने वाले दिनों में कीमतों में स्थिरता आएगी या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।