यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। बीएसएनएल की सेवाओं की दुर्दशा और आलाधिकारियों की चुप्पी को लेकर उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। दूरसंचार क्षेत्र में कभी प्रतिष्ठित स्थान रखने वाली बीएसएनएल की सेवाओं में गिरावट को लेकर स्थानीय लोग और व्यापारी परेशान हैं। कई क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या इतनी गंभीर है कि उपभोक्ता कॉल तक नहीं कर पा रहे हैं।
पिछले 3वर्ष में बीएसएनएल की सेवाओं में लगातार गिरावट देखी गई है। इसके बावजूद, स्थानीय और उच्च स्तर के अधिकारी इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, फर्रुखाबाद जिले में बीएसएनएल के उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 50,000 है से भी ज्यादा हैं। इनमें से करीब 60′ उपभोक्ता नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं की खराबी से परेशान हैं।
जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या आम है। कई बार कॉल ड्रॉप और इंटरनेट की गति शून्य तक पहुँच जाती है।उपभोक्ताओं को कई बार महत्वपूर्ण कार्यों के दौरान इंटरनेट सेवा में बाधा का सामना करना पड़ता है, जिससे छात्रों और व्यापारियों को काफी परेशानी होती है।शिकायतों पर ध्यान न देना बड़ा कारण,बीएसएनएल कार्यालयों में उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान नहीं होता है।
एक स्वतंत्र सर्वेक्षण के अनुसार, बीएसएनएल की सेवाओं से असंतुष्ट उपभोक्ताओं की संख्या बढक़र 70′ हो गई है। बीएसएनएल हेल्पलाइन पर पिछले छह महीनों में 500 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 80′ का समाधान अब तक नहीं हुआ है। सेवा की खराबी के कारण बीएसएनएल के राजस्व में पिछले वित्तीय वर्ष में 30′ की कमी आई है।
स्थानीय और उच्च स्तर के अधिकारियों की इस समस्या पर चुप्पी को उपभोक्ता एक बड़े षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, नेटवर्क में सुधार के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, लेकिन अब तक धरातल पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
1. सेवाओं में सुधार- उपभोक्ता चाहते हैं कि बीएसएनएल अपनी सेवाओं में त्वरित सुधार करे।
2. शिकायत निवारण- शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए एक प्रभावी तंत्र स्थापित किया जाए।
3. पारदर्शिता- बीएसएनएल अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं को सेवा सुधार की प्रगति के बारे में नियमित जानकारी दी जाए।
बीएसएनएल की ध्वस्त सेवाओं और अधिकारियों की चुप्पी ने उपभोक्ताओं में असंतोष को जन्म दिया है। इस स्थिति में तुरंत सुधार न किया गया तो बीएसएनएल को भविष्य में और भी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।