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Thursday, November 21, 2024

14 कोसी परिक्रमा : राम नगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब

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अयोध्या। प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा (14 Kosi Parikrama) करने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मुहूर्त से पहले उठी परिक्रमा में देर रात बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए कुछ श्रद्धालुओं ने पांच घंटे में ही 42 किलोमीटर नाप दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद रात भर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी निरीक्षण करते देखे गए। परिक्रमार्थियों को किसी प्रकार की तकलीफ़ न हो, इसलिए रात भर उच्चाधिकारी भी मेला क्षेत्र में मुस्तैदी के साथ जुटे रहे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं के द्वारा परिक्रमा किये जाने की संभावना जताई जा रही है।

5 हजार से अधिक मंदिरों की परिक्रमा

यह पहला मौका है कि अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के भव्य मंदिर समेत 5 हजार से अधिक मंदिरों की श्रद्धालुओं ने परिक्रमा की है। पूरे परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न संगठनों की तरफ से जलपान की व्यवस्था कराई गई थी। इसके अलावा नगर निगम की ओर विश्राम गृह व मोबाइल टॉयलेट के भी इंतजाम कराए गए थे। विभिन्न घाटों पर 150 से भी अधिक चेंजिंग रूम बनाये गए थे।

बाहरी श्रद्धालुओं से पटी रही अयोध्या

14 कोसी परिक्रमा (14 Kosi Parikrama) के महत्व को देखते हुए बड़ी संख्या में बाहरी श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। मण्डल के जिलों के अलावा बहराइच, सीतापुर, कानपुर, लखनऊ, बरेली, गोंडा, प्रयागराज समेत अन्य जिलों के अलावा नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। कुछ श्रद्धालु अभी 12 नवंबर को पंचकोसी परिक्रमा करने के बाद ही लौटेंगे।

रातभर चला मेला, खूब हुई दुकानदारी

परिक्रमा पथ पर देर रात 11 बजे से सुबह सात बजे तक जबरदस्त भीड़ रही। इस दौरान एक पटरी से दूसरी पटरी पर जाने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ रही थी। मेला क्षेत्र में जलपान की दुकानें रातभर गुलजार रहीं। किसी तरह से परेशानी न हो इसलिए 14 कोसी पथ पर निकलने वाली सभी गलियों पर बैरिकेडिंग की गई थी।

सुबह सरयू स्नान के बाद राम मंदिर में उमड़े श्रद्धालु

कई श्रद्धालुओं ने परिक्रमा करने से पहले रविवार की सुबह सरयू स्नान किया। उसके बाद हनुमानगढ़ी और रामलला का दर्शन करने के बाद परिक्रमा उठाई। इस दौरान दोनों ही मंदिरों में भीड़ इतनी बढ़ गई कि तिल रखने तक कि जगह नहीं थी।

पिछली बार से भी अधिक श्रद्धालु पहुंचे

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि मुहूर्त के अनुसार परिक्रमा (14 Kosi Parikrama) का समापन हो गया है। इस साल सभी रिकॉर्ड टूट गये और सर्वाधिक लोग पहुंचे थे। 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं के परिक्रमा करने की संभावना जताई जा रही है। सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किये गये थे। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई है।

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