– मुख्यमंत्री का मक्का फसल निरीक्षण
– किसानों से सीधा संवाद
– बीज वितरण और नई योजनाओं की जानकारी
– प्रगतिशील किसानों का सम्मान
– कृषि यांत्रिकीकरण पर जोर
(शैलेन्द्र अग्निहोत्री)
औरैया: (अजीतमल): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को औरैया जिले के अजीतमल क्षेत्र में आयोजित किसान सम्मेलन में शिरकत कर किसानों से सीधा संवाद स्थापित किया। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य सरकार की कृषि सुधार योजनाओं को विस्तार से रखा और किसानों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने मक्का उत्पादक क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया और उत्पादन पद्धति की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का किसान मेहनती है और सरकार उसकी आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों को“किसान सम्मान प्रमाण पत्र” देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने बीज अनुदान, फसल बीमा, सिंचाई सुविधा और जैविक खेती को प्रोत्साहन देने की योजनाओं की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने मंच से कहा,
“अब खेती सिर्फ गुजारा नहीं, एक समृद्ध व्यवसाय है। सरकार किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़कर खेती को उन्नत बनाने का काम कर रही है।”
इस अवसर पर जिला प्रशासन, कृषि विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए
गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को विकसित कृषि अभियान के तहत औरैया समेत चार जिलों में मक्का की फसलों का हवाई सर्वे किया। इसमें कानपुर, औरैया, कन्नौज व हरदोई जनपद शामिल रहे। इसके बाद सीएम अजीतमल में जनता महाविद्यालय के परिसर में आयोजित जनसभा स्थल पहुंचे।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा, अन्नदाता किसान भी किसी सरकार के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा बन सकता हो, ऐसा आपको पहली बार 2014 में देखने को मिला होगा। जब पीएम मोदी ने सॉइल हेल्थ कार्ड योजना प्रारंभ की थी। सॉइल हेल्थ कार्ड के बाद प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और फिर प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना के साथ आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू की।
देश के अंदर 12 करोड़ किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। डबल इंजन की ये सरकार राज्य के अंदर भी अपने अन्नदाता किसानों के भविष्य को सुंदर और सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रही है। जब 2017 में हमारी सरकार आई थी तब किसान आत्महत्या कर रहा था। कहीं भी कोई सुविधा नहीं थी।
2017 में हम आए, सबसे पहले 86 लाख किसानों का 36000 करोड़ रुपये के कर्ज माफी के कार्यक्रम को हमने आगे बढ़ाया और कर्ज माफी के बाद हमने प्रदेश में सिंचाई की क्षमता को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का सहारा लिया।