आज लखनऊ में महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके सम्मान में आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप का त्याग, बलिदान और वीरता हमारे लिए एक अमूल्य धरोहर है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “महाराणा प्रताप ने न केवल स्वधर्म और स्वदेश की रक्षा के लिए संघर्ष किया, बल्कि उन्होंने हमें यह सिखाया कि मातृभूमि की रक्षा में जीवन की सबसे बड़ी कीमत भी चुकाई जा सकती है। उनके संघर्षों को हम कभी नहीं भूल सकते और उनका बलिदान हमारे राष्ट्र को मजबूती से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा।”
कार्यक्रम में प्रमुख लोग, राजनेता और नागरिक समाज के सदस्य मौजूद रहे। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसमें महाराणा प्रताप के जीवन और उनके योगदान पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे महाराणा प्रताप के क़ीमती योगदान को याद रखें और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने का संकल्प लें।
महाराणा प्रताप की जयंती हर साल 9 मई को मनाई जाती है।
480वीं जयंती के अवसर पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में हजारों नागरिकों और स्कूल के बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में 100 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
20 से अधिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की गईं, जिनमें नृत्य और संगीत के आयोजन शामिल थे।