जलालाबाद के गांव गुनारा निवासी दो युवकों ने भेजा पत्र, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी को बताया रिश्तेदार
शाहजहांपुर। शाहजहांपुर में सीएम योगी को उड़ाने का धमकी भरा पत्र डाक के माध्यम से जन शिकायत प्रकोष्ठ में भेजा गया। पत्र मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। उपनिरीक्षक की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई। पत्र में लिखा कि मेरे रिश्तेदार अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी का एकाउंटर कर उनके बेटों को जेल में डाला। इसी अप्रैल की 10 तारीक को सीएम को उड़ा देंगे। एसपी संबोधित पत्र में पाकिस्तान और आईएसआई का भी जिक्र किया गया। हालांकि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ के दौरान जमीन विवाद निकलकर सामने आया है। एसपी ने कहा कि पूछताछ की जा रही है।
सदर थाने के उपनिरीक्षक दिनेश कुमार की तरफ से दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि जन शिकायत प्रकोष्ठ में रजिस्ट्री डाक के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को संबोधित के रूप में आबिद अंसारी निवासी गुनारा थाना जलालाबाद के नाम से एक पत्र 25 मार्च को मिला है। उस पत्र में अंकित किया गया है कि सीएम को उड़ाने के संबध में, उसमे लिखा कि आबिद अंसारी और नफीस अंसारी हम दोनो भाई हैं जो गुनारा गांव के निवासी हैं। हमारे रिश्तेदार मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद को पुलिस एकाउंटर में मरवा देने और हमारे भाई दोनो नेताओं के बेटो को जेल में डाल दिया।
आपको हम चुनौती देते हैं अप्रैल की इसी दस तारीक को सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से हम दोनो भाई मारेंगे। अगर हमारे जनपद के पुलिस अधीक्षक आपको दम तो रोक सकते हो तो रोक लो। पहले से आपको चैलेंज करता हूं। अपने सीएम को बचा सकते हो तो बचा लो। दस अप्रैल इनकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा। एफआईआर में लिखा है कि पाकिस्तान से सबकुछ आ चुका है। जो हम लोग को चाहिए है। हम लोग को आईएसआई से ट्रेनिंग लिए हूं। उनका एजेंट हूं। मजाक में लो तो अच्छा है। पहले ही अवगत करा रहा हूं। लास्ट ही इनका दस अप्रैल दिन रोक सकते हो तो रोक लो।
पत्र मिलते ही एफआईआर दर्ज की गई। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि तत्काल टीमों को गठित कर सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। सर्विलांस टीम को भी लगाया गया। उसी गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पत्र में अंकित नाम के व्यक्तियों को फंसाने के लिए पत्र लिखा गया था। क्योंकि आरोपियों का उनसे जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।