प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में वक्फ की संपत्तियों पर पूर्व माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके परिवार द्वारा किए गए अवैध कब्जों का बड़ा खुलासा हुआ है। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और मंडलायुक्त प्रयागराज की जांच में यह बात सामने आई है कि करीब 71 करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियों पर अतीक अहमद के परिवार और उसके करीबी रिश्तेदारों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।
जानकारी के मुताबिक, अवैध कब्जों में वक्फ की दुकानें, मकान और बहुमंजिला इमारतें शामिल थीं। यहां तक कि जमीन की मिट्टी तक निकालकर बेची गई, जिससे राजस्व को नुकसान हुआ। जांच में पाया गया कि प्रयागराज वक्फ बोर्ड के तत्कालीन मुत्तलवी सैयद मोहम्मद अशीयम ने अतीक के परिवार को ये संपत्तियां कब्जा करने में मदद की और पैसे की उगाही की। इसके बाद मुत्तलवी को पद से हटा दिया गया और एक नया मुत्तलवी नियुक्त किया गया।
जीटी रोड पर स्थित एक संपत्ति पर सबसे पहले नज़र डालें तो वहां 9 दुकानें और एक बड़ा मकान बनाया गया था, जिस पर कब्जा जमाया था मोहम्मद तारिक ने। जो कि अतीक के भाई अशरफ का साला बताया जा रहा है। इस संपत्ति की अनुमानित कीमत दो से तीन करोड़ रुपये आंकी गई है।
वहीं, इसी क्षेत्र में लगभग 20 करोड़ की संपत्तियों पर मोहम्मद जैद, हमजा, मंशुद, अहमद, शिवली और अब्दुल्ला जैसे नाम सामने आए हैं। ये सभी किसी न किसी रूप में अशरफ के परिवार या करीबी रिश्तेदार हैं। इन लोगों ने इन जमीनों पर सालों से कब्जा जमा रखा था और कई जगह निर्माण भी कर लिया गया था।
इससे भी बड़ा मामला सामने आया जीटी रोड पर करीब 30 करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियों का। जहां छोटे चप्पल वाले नाम से पहचाना जाने वाला व्यक्ति मोहम्मद साबिर, उबैद उल्ला, सुहैल अहमद और अन्य ने बहुमंजिला इमारतें खड़ी कर दी थीं। इन सभी का सीधा संबंध अतीक अहमद या उसके भाई अशरफ से थे। इनमें से एक इमारत को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा गिराया भी जा चुका है।
एक अन्य वक्फ संपत्ति, जिसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये थी। उस पर भी अतीक के रिश्तेदार मोहम्मद फैज ने कब्जा कर रखा था। प्रयागराज पुलिस ने 18 नवंबर 2023 को मामला दर्ज किया था। इन सभी मामलों की शुरुआत उस वक्त हुई जब वक्फ बोर्ड के तत्कालीन मुत्तवली सैयद मोहम्मद अशीयम ने अतीक अहमद के परिवार को वक्फ की संपत्तियां गैरकानूनी रूप से रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के माध्यम से सौंप दीं। बदले में मोटी रकम वसूली गई। अब जब जांच सामने आई है, तो अशीयम को पद से हटाया जा चुका है और नए मुत्तवली की नियुक्ति कर दी गई है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है और कई संपत्तियों पर बुलडोज़र चलाया जा चुका है, जबकि अन्य पर कार्रवाई जारी है।