लखनऊ: यूपी के केजीएमयू (KGMU) में बीते शुक्रवार को पहली बार इंगुइनल हर्निया का ऑपरेशन रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम (robotic surgical system) के उपयोग से हुआ और मरीज ठीक हो गया। मरीज के ठीक होने के बाद उसे अगले दिन शनिवार (10 मई) को छुट्टी दी गई। ऑपरेशन करने वाली टीम में प्रोफेसर डॉ. हरविंदर सिंह पाहवा, डॉ. अजय कुमार पाल एडिशनल प्रोफेसर और डॉ. हर्ष रेजिडेंट डॉक्टर के साथ एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. विनोद श्रीवास्तव और टीम शामिल थी। मरीज को उसके बीमारी का इलाज करके उसे ओपीडी में रखा गया।
केजीएमयू में अब हर्निया (इंगुइनल और वेंट्रल) के साथ-साथ अन्य नियमित और जटिल न्यूनतम सर्जरी के लिए पिछले कुछ वर्षों में रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम का उपयोग बढ़ा है। मौजूदा समय में इनका उपयोग मुख्य रूप से बड़े निजी अस्पतालों और सरकारी संस्थानों के कुछ केंद्रों तक ही सीमित है क्योंकि इसमें खर्च अधिक है।
केजीएमयू के लिए यह गर्व की बात है और आम जनता को किफायती नैदानिक देखभाल के साथ चिकित्सा शिक्षा में इसकी लंबी विरासत को देखते हुए एक नए युग की शुरुआत है। यह कम लागत वाली भारतीय रोबोटिक सर्जिकल प्रणाली मंत्रा केजीएमयू में माननीय कुलपति प्रो सोनिया नित्यानंद और उनकी विशेषज्ञ टीम के प्रयासों से स्थापित की गई है।
हालाँकि शुरुआती कुछ मामलों में रोगियों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के पेश किया जा रहा है, भविष्य में आम जनता को लागत प्रभावी तरीके से रोबोटिक सर्जरी का लाभ उठाने के लिए अत्यधिक रियायती लागत लागू की जाएगी। रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम के उपयोग के लाभ में सर्जरी के दौरान बढ़ी हुई सटीकता, बेहतर 3 डी दृष्टि और बेहतर एर्गोनॉमिक्स शामिल हैं