लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने शनिवार को लखनऊ स्थित विराम खंड पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल के विरुद्ध गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
अमिताभ ठाकुर ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है कि एसपी गोयल के खिलाफ सामने आए तथ्यों की जांच केंद्रीय या राज्य की स्वतंत्र एजेंसियों से कराई जाए ताकि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
25 लाख रुपये लेने का आरोप
प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि उन्नाव निवासी अभिषेक गुप्ता द्वारा पूर्व में एसपी गोयल पर 25 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था, लेकिन बाद में शिकायतकर्ता ने कथित रूप से संदिग्ध परिस्थितियों में अपनी शिकायत वापस ले ली। इस प्रकरण को लेकर कई सवाल खड़े हो चुके हैं, जो प्रशासनिक तंत्र की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
जवाबदेही की आवश्यकता पर बल
डॉ. नूतन ठाकुर ने कहा कि जिस तरह के आरोप किसी भी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पर लगते हैं, उनकी निर्दलीय, निष्पक्ष और स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल किसी व्यक्ति विशेष तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शासन और प्रशासन की साख और विश्वसनीयता से जुड़ा हुआ है।
इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चा तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में वायरल हो रही जानकारियों और वीडियो क्लिप्स ने मामले को और अधिक गंभीर बना दिया है।
आजाद अधिकार सेना द्वारा उठाया गया यह मुद्दा प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी और राजनीतिक नेतृत्व की पारदर्शिता की कसौटी पर एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। अब देखना यह है कि शासन स्तर पर इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया दी जाती है और क्या जांच की दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं।