- सृष्टि के सनातन पत्रकार हैं देवर्षि नारद, उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर मिलती है शरणागति
फर्रुखाबाद। लोहाई रोड स्थित राधा श्याम शक्ति मंदिर के प्रांगण में चल रहे त्रिदिवसीय आध्यात्मिक विचार सत्र के दूसरे दिन आध्यात्मिक चिंतक, राष्ट्रीय कवि एवं मंच संचालक डॉ. शिव ओम अंबर ने देवर्षि नारद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सारगर्भित वक्तव्य प्रस्तुत किया।
उन्होंने देवर्षि नारद को सृष्टि का सनातन पत्रकार बताते हुए कहा कि नारद मुनि त्रिकालदर्शी, ज्ञान, सत्य और संवेदना के प्रतीक हैं, जिनकी देशनाएं आज भी प्रासंगिक और पथप्रदर्शक हैं। डॉ. अंबर ने कहा कि देव, दानव और मानव—सभी के दुःखों को हरने वाले संत नारद कहलाते हैं। उन्होंने समस्त सृष्टि के कल्याण के लिए क्षीरसागर में भगवान नारायण से संवाद किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें जो संदेश प्राप्त हुए, वे नारद के 84 सूत्रों में संकलित हैं। यह सूत्र नारद भक्ति सूत्र के नाम से प्रसिद्ध हैं और हर जीव के कल्याण का मार्गदर्शन करते हैं।
उन्होंने बताया कि नारद के 84 सूत्र जीवन में आसक्ति, अनुशक्ति और भक्ति की उच्च आध्यात्मिक व्याख्या करते हैं। ये सूत्र केवल धर्म का ज्ञान नहीं देते, बल्कि सत्य के सार तत्व को उजागर करते हैं। नारद की तरह भगवान की शरण में जाकर भक्ति करने से ही जीवन में आनंद और मुक्ति की प्राप्ति संभव है। कार्यक्रम में हर्षित सिकटिया और अरुण जलान ने मुख्य वक्ता डॉ. अंबर का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
आरती और भजन-कीर्तन के साथ आयोजन को दिव्यता प्रदान की गई। संचालन बृज किशोर सिंह ‘किशोर’ ने किया, जबकि मंदिर के प्रबंधक सुरेंद्र कुमार सफ्फड़ ने आगंतुकों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में नगर के अनेक गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से संजय गर्ग, पवन अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, रोहित सफ्फड़, गरिमा पाण्डेय, इंदिरा पांडेय, अशोक मिश्रा, रवींद्र सिंह भदौरिया आदि सम्मिलित रहे।