यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में पुलिस थानों की कार्यप्रणाली को लेकर नागरिकों में निराशा और असंतोष बढ़ता जा रहा है। थानों में अपनी समस्याओं की सुनवाई नहीं होने के कारण फरियादी बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय का रुख कर रहे हैं। इससे एसपी कार्यालय में फरियादियों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।
जनपद के विभिन्न थानों में पिछले एक महीने में शिकायतों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन उनमें से अधिकांश शिकायतें अनसुनी रह जाती हैं। इसके परिणामस्वरूप फरियादी अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए एसपी कार्यालय पहुंचते हैं।
जिले के 14 थानों में कुल 1500 शिकायतें दर्ज की गईं।इन शिकायतों में से केवल 500 शिकायतों पर ही कार्यवाही की गई है। रोजाना औसतन 100 से 150 फरियादी एसपी कार्यालय आते हैं।पुलिसकर्मियों द्वारा शिकायतों को गंभीरता से न लेना।कई मामलों में बिना रिश्वत के शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होती। कई बार राजनीतिक दबाव के चलते पुलिसकर्मी निष्पक्ष कार्यवाही नहीं कर पाते फरियादियों को न्याय मिलने में देरी हो रही है। नागरिकों में आक्रोश बढ़ रहा है और वे विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं क्योंकि उन्हें पुलिस की निष्क्रियता का लाभ मिल रहा है।
राजेश कुमार, एक स्थानीय व्यापारी, ने कहा, थानों में कई बार जाने के बाद भी मेरी चोरी की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब मुझे एसपी कार्यालय आना पड़ा है।
एक किसान, ने कहा, “मेरी जमीन पर जबरन कब्जे की शिकायत को थाना स्तर पर नजरअंदाज कर दिया गया। मुझे न्याय पाने के लिए एसपी कार्यालय का सहारा लेना पड़ रहा है।
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा, हमने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि वे हर शिकायत को गंभीरता से लें और तुरंत कार्रवाई करें। फरियादियों की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है।
फर्रुखाबाद में पुलिस प्रशासन को सुधारने की सख्त जरूरत है ताकि नागरिकों को न्याय मिल सके और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके। एसपी कार्यालय पर फरियादियों की लंबी कतारें इस बात का प्रमाण हैं कि थानों में कार्यवाही की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है।