फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन (Ramjilal Suman) पर करणी सेना द्वारा किए गए हमलों की निंदा करते हुए सपा जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव (Chandrapal Singh Yadav) ने कहा कि यह हमला केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) (PDA) समाज पर सीधा हमला है।
एक मई को फर्रुखाबाद (Farrukhabad) कलेक्ट्रेट परिसर में समाजवादी पार्टी द्वारा एक शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें पीडीए समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लिया। इस प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर रामजीलाल सुमन (Ramjilal Suman) पर हो रहे हमलों के प्रति प्रदेश सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए गए।
धरना स्थल पर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जवाहर सिंह गंगवार के बयान को लेकर भी चर्चा हुई, जिसमें उन्होंने बार परिसर में परशुराम जयंती जैसे धार्मिक आयोजनों का विरोध किया था। इसे लेकर चंद्रपाल यादव ने उनसे फोन पर बात की। गंगवार ने स्पष्ट किया कि बार एसोसिएशन एक संवैधानिक संस्था है और धार्मिक आयोजनों की बजाय संविधान आधारित विमर्श होना चाहिए।
उन्होंने किसी धर्म या जाति विशेष का अपमान करने से इनकार किया और कहा कि प्रदेश से लौटने के बाद वह अपना पक्ष विस्तार से सामने रखेंगे। चंद्रपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सभी धर्मों, जातियों और महापुरुषों का सम्मान करती है, लेकिन किसी भी महापुरुष को जातिगत नजरिए से देखना अनुचित है। भगवान परशुराम केवल एक जाति नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के प्रतीक हैं।
उन्होंने भाजपा सरकार पर पीडीए वर्ग को कमजोर करने और समाज को जातियों में बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोग चुनावों में धर्म की राजनीति करते हैं, जबकि समाज को बांटना उनके असली एजेंडे का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा पीडीए समाज की बढ़ती एकजुटता से घबरा गई है और इसलिए तरह-तरह के मुद्दे बनाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। अंत में, उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पीडीए वर्ग के सम्मान, अधिकार और न्याय के लिए लगातार संघर्ष करती रहेगी।