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Tuesday, October 8, 2024

सरकार में सार्वजनिक उपक्रम निगम संयुक्त समिति के सभापति बनने पर मेजर द्विवेदी का बढ़ा राजनैतिक कद

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यूथ इंडिया (शरद कटियार)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक उपक्रम निगम संयुक्त समिति के सभापति का पद एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी वाला होता है। यह समिति राज्य सरकार के अधीन आने वाले विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों की निगरानी और कार्यक्षमता को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वास के बाद सभापति के रूप में नवनियुक्त विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी को कई अधिकार, और सुविधाएं प्राप्त होंगी,और मेजर की कार्यशैली के चलते भ्रष्टाचार और लापरवाही पर भी और अंकुश लगेगा।
प्रशासनिक शक्ति
सभापति को राज्य के विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों की समीक्षा करने और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए अनुशंसा करने का अधिकार होता है। वह उपक्रमों की वित्तीय और प्रशासनिक गतिविधियों पर नजऱ रखते हैं और इसमें सुधार के लिए सरकार को सुझाव दे सकते हैं।
समिति का नेतृत्व
वह समिति के अन्य सदस्यों के साथ बैठकें बुलाकर उपक्रमों से जुड़ी समस्याओं पर विचार-विमर्श कर सकते हैं और आवश्यक नीतिगत बदलाव सुझा सकते हैं।
जांच और समीक्षा
सभापति मेजर द्रिवेदी सार्वजनिक उपक्रमों के कामकाज, वित्तीय प्रबंधन और उनके कार्यान्वयन का गहन विश्लेषण और जांच कर सकते हैं।
विधानसभा में भूमिका
समिति की रिपोर्ट और अनुशंसाओं को विधानसभा में प्रस्तुत करने का कार्य सभापति के जिम्मे होता है, जिससे वह राज्य की नीतियों में प्रभाव डाल सकते हैं।और किसी भी निगम के एमडी और प्रमुख सचिव को समीक्षा के लिए बुला सकते हैं।
सुविधाएं
ऑफिस और स्टाफ: सभापति को लखनऊ स्थित विधान भवन में एक विशेष कार्यालय आवंटित किया जाता है, जो उपमुख्यमंत्री के दफ्तर के पास ही है,जहाँ उनके कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक टीम उपलब्ध रहती है। इसमें पर्सनल असिस्टेंट, क्लर्क, और अन्य प्रशासनिक कर्मचारी शामिल होते हैं। साथ ही एक अरदली साथ चलेगा।
आवास राज्य सरकार द्वारा सभापति को सरकारी आवास की सुविधा भी प्रदान की जाती है। उन्हें सरकारी वाहन (आमतौर पर एक सफारी या इनोवा जैसे उच्च श्रेणी के वाहन) के साथ एक ड्राइवर की सुविधा भी दी जाती है। यह सुविधा सभापति के रुतबे को देखते हुए दी जाती है ताकि वह अपने कार्यों को सुचारू रूप से कर सकें।
अन्य भत्ते: उन्हें यात्रा भत्ते, दूरभाष, चिकित्सा, और सुरक्षा की सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं, जिससे वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें।
विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की भूमिका
मेजर सुनील दत्त द्विवेदी एक अनुभवी राजनेता और विधायक हैं,वह वरिष्ठ नेता स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्रिवेदी के ज्येष्ठ पुत्र है।जिन्हें उनकी जिम्मेदारियों के प्रति समर्पण और अनुशासन साथ ही ईमानदारी के लिए जाना जाता है।
उनका सैन्य पृष्ठभूमि उन्हें नेतृत्व कौशल और कड़ी मेहनत की ओर प्रेरित करता है। सार्वजनिक उपक्रम निगम संयुक्त समिति के सभापति के रूप में उनकी नियुक्ति से उन्हें राज्य के उपक्रमों के विकास और सुधार में योगदान देने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है।
द्विवेदी अपने राजनीतिक करियर में अपने इलाके की समस्याओं और उनके समाधान के लिए हमेशा सक्रिय रहे हैं। उनके कुशल नेतृत्व से उम्मीद की जा रही है कि वह सार्वजनिक उपक्रमों के प्रदर्शन को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे, जिससे राज्य को आर्थिक और सामाजिक रूप से लाभ होगा।

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