यूथ इंडिया संवाददाता
मोहम्मदाबाद। थाना क्षेत्र कमालगंज के रजीपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां संतोष की 25 वर्षीय पत्नी सीता ने अपने मायके उगारपुर गोंडा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सीता ने बीती रात छत में लगे कड़े से दुपट्टे के सहारे फांसी लगाई। घटना के बाद परिवार में मातम का माहौल है, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
सीता के पिता मुरारी लाल जाटव ने बताया कि उन्होंने तीन साल पहले अपनी बेटी का विवाह संतोष से किया था। संतोष बेरोजगार था और इस वजह से पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। हाल ही में संतोष अपनी पत्नी सीता के साथ ससुराल में रह रहा था और अपने साले देवा नंद के साथ राज मिस्त्री का काम सीख रहा था।
परिवार के अनुसार, सीता का स्वभाव बचपन में चोट लगने के बाद से चिड़चिड़ा हो गया था, जिससे वह जिद्दी हो गई थी। घटना वाली रात सीता अपने पति संतोष के साथ बाजार जाना चाहती थी, लेकिन संतोष किसी कारणवश नहीं जा सका। उसने पत्नी को पैसे देकर खुद बाजार जाने के लिए कहा, लेकिन सीता ने बाजार जाने से इनकार कर दिया।
रात को दोनों खाना खाकर सो गए। करीब एक बजे उनका एक वर्षीय पुत्र कृष्णा रोने लगा, जिससे संतोष की नींद खुली। जब उसने देखा कि सीता कमरे में नहीं है, तो उसने अपने साले देवा नंद को उठाया। देवा नंद ने अंदर जाकर देखा तो सीता ने फांसी लगा ली थी। परिजनों ने तुरंत सीता को फांसी के फंदे से उतारकर 108 एंबुलेंस से मोहम्मदाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टर सन्नी मिश्रा ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने तुरंत कोतवाली मोहम्मदाबाद को मामले की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए, जबकि नायब तहसीलदार हर्षित सिंह ने मृतिका के पति संतोष, पिता मुरारी लाल जाटव और भाई देवा नंद से अलग-अलग बातचीत की। एसआई राजेश कुमार गौतम की मौजूदगी में पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है, जबकि परिवारवालों में शोक की लहर है। अब पुलिस की जांच के बाद ही पता चलेगा कि आत्महत्या के पीछे का असली कारण क्या था।