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Thursday, July 17, 2025
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रोहिन नदी पर बने बैराज से पांच माइनर नहर निकाली गई, नौतनवां एवं लक्ष्मीपुर के किसानों को भी मिलेगा लाभ

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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महराजगंज में रोहिन नदी पर बनाए गए बहुप्रतीक्षित बैराज का उद्घाटन किया। यह परियोजना पूर्वांचल के हजारों किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। इससे न केवल महाराजगंज बल्कि आसपास के नौतनवां और लक्ष्मीपुर क्षेत्रों के किसानों को भी भरपूर सिंचाई सुविधा मिलेगी। योगी सरकार द्वारा रोहिन नदी पर बनाया गया बैराज हजारों किसानों की सिंचाई की समस्या को खत्म करेगा। साथ ही कृषि उत्पादन और क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा। योगी सरकार की यह पहल ‘समृद्ध किसान, सशक्त उत्तर प्रदेश’ के विज़न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

7,000 हेक्टेयर से अधिक जमीन को मिलेगा सिंचाई का लाभ

प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग ने बताया कि रोहिन नदी पर बैराज लगभग 86 मीटर लंबा है और इसके दोनों तटों पर सिंचाई की व्यवस्था की गई है। इसके बांयी ओर 4,046 हेक्टेयर एवं दाहिनी ओर 3,372 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। इससे अब 7000 से अधिक हेक्टेयर खेती योग्य भूमि को सीधे लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि मुख्य बैराज पर 10 मीटर चौड़ा और 7 स्टील स्लूइस गेट लगाया गया है, जिसमें से पांच गेट 3 मीटर ऊंचे हैं। ये सभी गेट 11 से 13 टन के हैं। यह गेट रोहिन नदी के जल को संग्रहित करके नहरों के माध्यम से खेतों तक पहुंचाएंगे। साथ ही दोनों किनारों पर केनाल के हेड पर 4 मीटर चौड़ा और 4 से 5 मीटर ऊंचाई के स्लूइस गेट भी लगाए गए हैं। पहले नदी पर अस्थायी बैरिकेड लगाकर सीमित सिंचाई होती थी, लेकिन अब यह स्थायी संरचना पूरे साल भर पानी उपलब्ध कराने में सक्षम होगी।

बैराज से निकाली गईं 5 माइनर नहरें, अस्थायी बैरिकेड से मिली मुक्ति

बैराज से पांच माइनर नहरें क्रमश: रामनगर, नकटोजी, वटजगर, सिसवा और बौलिया निकाली गईं हैं, जो नौतनवां एवं लक्ष्मीपुर विकास खंडों में सिंचाई व्यवस्था को मजबूती देंगी। इससे रबी और खरीफ दोनों फसलों के लिए जल आपूर्ति संभव हो सकेगी। सिंचाई विभाग मुख्य अभियंता यांत्रिक उपेंद्र सिंह ने बताया कि लगभग 65 वर्ष पूर्व इस क्षेत्र में अस्थायी बैरिकेड के माध्यम से पानी रोका जाता था, जो हर वर्ष मानसून के पहले हटा दिया जाता था। इससे किसानों को वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता था और सूखे की स्थिति में भारी नुकसान उठाना पड़ता था। इन परिस्थितियों को देखते हुए सिंचाई विभाग ने ‘रोहिन बैराज-3’ परियोजना की योजना बनाई और इसे स्थायी स्वरूप में विकसित किया गया। इसके मुख्य नहर का शीर्ष डिस्चार्ज 110 क्यूसेक है और 45.36 किमी. लंबे रोहिन प्रणाली का सीसीए 8,811 हेक्टेयर है। बैराज के संचालन के लिए तीन विकल्प मैनुअल, इलेक्ट्रिक सिस्टम और कम्प्यूटर आधारित स्काडा सिस्टम की सुविधा दी गई है। आधुनिक स्काडा सिस्टम से कंट्रोल रूम में बैठकर ही बैराज का संचालन किया जा सकता है। यह बैराज आधुनिकता और परंपरा का संगम प्रस्तुत करता है।

आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए बैराज पर लगाए गए स्टाप लाग गेट

प्रमुख सचिव ने बताया कि बैराज के सभी गेटों और यांत्रिक प्रणाली का निर्माण सिंचाई विभाग की आईएसओ प्रमाणित वर्कशाप सिंचाई कार्यशाला खंड, बरेली में कराया गया है। बैराज पर आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए स्टाप लाग गेट की भी व्यवस्था की गई है। उन्हाेंने बताया कि यह योजना न केवल जल संरचना को सशक्त बनाएगी, बल्कि किसानों की आय भी बढ़ाएगी। याेगी सरकार द्वारा इस तरह की बुनियादी ढांचे की परियोजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे रही हैं।

प्रदेश में वन अपराधों पर अंकुश लगाने और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए चलेगा अभियान

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने को अग्रसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में 8 अप्रैल से 8 मई तक वन व वन्य जीव सुरक्षा माह का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत प्रभागों में वन अपराधों पर अंकुश लगाने और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जाएगा। इसमें वन बल और पुलिस के साथ ही नेपाल सीमा पर एसएसबी आदि सुरक्षा बलों का भी सहयोग लिया जाएगा। साथ ही नागरिकों को जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा।

तीन शिफ्ट में चलेगा अभियान

प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी ने बताया कि यह अभियान 8 अप्रैल से 8 मई तक प्रतिदिन चलेगा। प्रतिदिन तीन शिफ्ट में इस अभियान को चलाया जाएगा। पहली शिफ्ट सुबह छह से दोपहर दो तक, दूसरी दोपहर दो से रात्रि 10 व तीसरी शिफ्ट रात्रि 10 से सुबह छह बजे तक चलेगी। इसके लिए प्रभागों में टीम का गठन किया जा रहा है। यह टीम वन भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को भी हटाएगी।

अभियान के नोडल अधिकारी होंगे जोनल/ मंडलीय वन संरक्षक

जोनल/मंडलीय वन संरक्षक अभियान के नोडल अधिकारी होंगे। वे प्रतिदिन की रिपोर्ट प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष कार्यालय में स्थापित कमांड सेंटर को भेजेंगे। साथ ही नोडल अधिकारी की देखरेख में आमजन को हरितिमा बढ़ाने के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं पर नजर रखने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। अभियान के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं को भी न्यूनतम करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा।

आमजन को भी किया जाएगा जागरूक

अग्नि नियंत्रण सेल मुख्यालय के नोडल अधिकारी पीपी सिंह ने बताया कि गर्मियों में वन क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं न हों, सुरक्षा माह में इसके लिए भी आमजन को जागरूक किया जाएगा। आमजन को बताया जाएगा कि जंगलों या वन क्षेत्र में आग की छोटी से छोटी घटनाओं की जानकारी प्रभागीय वनाधिकारी या अग्नि नियंत्रण सेल को दें, जिससे घटनाओं को समय रहते रोका जा सके। आमजन को हेल्पलाइन नंबर की भी जानकारी दी जाएगी।

सुरक्षा माह में यह रहेगा खास

👉 मुख्यमंत्री की कानून व्यवस्था और जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत वन व वन्य जीव सुरक्षा पर भी रहेगी विशेष निगरानी।
👉वन एरिया में अवैध कटान रोकने की विशेष कार्रवाई की जाएगी।
👉आरा मशीनों की भी जांच की जाएगी। अवैध पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी।
👉वन क्षेत्रों के बाहर वन ऊपज के प्रकरणों को रोकने के लिए आकस्मिक चेकिंग भी सुनिश्चित की जाएगी।
👉वन अग्नि से जुड़े प्रकरणों पर भी त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
👉वन अपराध रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर संगोष्ठी व जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।
👉पीलीभीत, दुधवा आदि टाइगर रिजर्व के संवेदनशील एरिया में विशेष निगरानी रखी जायेगी। स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स (एसटीपीएफ) इस पर विशेष नजर रखेगा।
👉गर्मियों में जंगल व आसपास के क्षेत्र में वन्यजीवों को जहां सरलता से पानी मुहैया हो, वहां शिकारी सक्रिय न हों, इसलिए गश्त बढ़ाई जाएगी।
👉वन अपराध से जुड़े (एच2) लंबित केस का भी विशेष अभियान चलाकर निस्तारण कराया जाएगा।

डीएम के कुशल निर्देशन में आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश का प्रथम जनपद बना शाहजहांपुर

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शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में आइजीआरएस शिकायतों के निस्तारण के लिए जारी की गई रैंकिंग में शाहजहांपुर जनपद जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह के कुशल निर्देशन और आम जनमानस की शिकायतों को गंभीरता से लेकर उनके त्वरित निस्तारण के लिए जारी किए गए निर्देशों के क्रम में प्रथम स्थान पर रहा है।

शाहजहांपुर जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जब से शाहजहांपुर जनपद की बागडोर संभाली है तभी से उनका शिकायतों के निस्तारण के संबंध में नजरिया बिल्कुल स्पष्ट रहा है वह कार्यालय आने वाले फरियादियों के साथ समाधान दिवस थाना दिवस तहसील दिवस के साथ-साथ आइजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और त्वरित निस्तारण करवाने के लिए तत्पर रहते हैं.

जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जनपद में शिकायतों के निस्तारण की जो प्रक्रिया अपनाई है वह पारदर्शी होने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण भी है क्योंकि ग्राम चौपाल के साथ-साथ अपने कार्यालय पर फरियादी के पास जाकर उसकी शिकायत को गंभीरतापूर्वक सुनकर त्वरित्य निस्तारण करवाने के लिए धर्मेंद्र प्रताप सिंह जाने जाते हैं।

विजय कारण आनंद के बाद जनपद में दूसरे जिलाधिकारी हैं जो आम जनता से बिल्कुल परिवार की तरह मिलते हैं और उनकी समस्या को सही तरीके से सुनकर उनका निस्तारण करते हैं जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक हर खबर पर ध्यान देते हैं और समस्या का तुरंत निस्तारण करवाते हैं इसीलिए जनपद में इनकी एक अलग पहचान बनती जा रही है उनके दर जाने वाला कोई भी व्यक्ति निराशा नहीं लौटता है।

सबसे मुख्य बात यह है यदि कोई बुजुर्ग व्यक्ति अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी के द्वार पहुंचा तो सबसे पहले उसको पानी पिलाया जाएगा उसके बाद में उसकी समस्या की जानकारी ली जाएगी और समाधान भी तुरंत करवाया जाता है। जिला अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह सभी विभागों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक स्वयं करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप शिकायतों के निस्तारण में उत्तर प्रदेश में जनपद शाहजहांपुर को प्रथम स्थान मिला है।

कुरान के पन्ने फाड़ने वाले आरोपी युवक नसीम को पुलिस ने भेजा जेल

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जलालाबाद। कुरान के पन्ने फाड़ कर हिंसा फैलाने की साजिश करने वाले आरोपी नसीम पुत्र सिराज को पुलिस ने जेल भेज दिया है 4 तारीख की रात को आरोपी युवक द्वारा धार्मिक ग्रंथ कुरान के पन्ने फाड़कर थाने से कुछ दूरी पर डाल दिए गए थे जहां लोगों ने कुरान के पन्ने देखें और हंगामा शुरू कर दिया था।

कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रदर्शन कर रही भीड़ को शांत कराया और घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला जिसके आधार पर आरोपी युवक की पहचान हुई जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोग अपने-अपने घर चले गए थे।

इंस्पेक्टर प्रदीप राय ने बताया की नगर में शांति व्यवस्था कायम है आरोपी युवक के खिलाफ गंभीर धारा में रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।

खुदागंज क्षेत्र में फोटोग्राफर रंजीत सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, तालाब के किनारे मिला शव

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सूत्रों की माने तो प्रेम प्रसंग के चलते लाठी डंडो से पीटकर की गई सरदार रंजीत सिंह की हत्या

शाहजहांपुर। खुदागंज क्षेत्र में बीती रात्रि सरदार रंजीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह की लाठी डंडो से पीटकर हत्या कर दी गई। कंबाइन के हेल्पर और फोरमैन ने दी परिजनों को जानकारी मौके पर भारी पुलिस बल के साथ फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर जुटा साक्ष्य शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

सूत्रों के अनुसार कंबाइन के ड्राइवर का किसी लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था कंबाइन का ड्राइवर लालू ही रणजीत सिंह को लघु शंका करने के बहाने लेकर प्रेमिका से मिलने गया था प्रेमिका के परिजनों को इसकी जानकारी पहले से थी जैसे ही कंबाइन का ड्राइवर लाल और रंजीत सिंह वहां पहुंचे पहले से ही जाल बिछाए बैठे प्रेमिका के परिजनों ने घेर कर हमला शुरू कर दिया जिसमें रंजीत सिंह घायल होकर वहीं गिर गया और कंबाइन का ड्राइवर लालू मौके से भागने में सफल रहा।
रंजीत की नाक और पैर से खून बह रहा था और पीठ पर चोट के निशान थे जिससे साफ पता चलता है कि लाठी डंडो डंडों से पीट कर उसकी हत्या की गई है।

मृतक की माता कवलजीत कौर ने कंबाइन के ड्राइवर और फोरमैन पर जताया शक वहीं पुलिस मामले की जांच पड़ताल में लगी हुई है। मृतक रणजीत सिंह की 5 वर्ष पूर्व शादी हुई थी जिसके एक तीन वर्षीय बेटा गुरुवंश है पत्नी मुनींद्र कौर का रो रो कर बुरा हाल है।

मृतक के भतीजे परमजीत सिंह ने बताया रंजीत सिंह का किसी से कोई विवाद नहीं था वह खुदागंज में फोटोग्राफर की दुकान चलाता था कभी भी उसका कोई विवाद किसी के सामने नहीं आया अन्य परिजन रात में खेत पर गेहूं काट रहे थे रणजीत सिंह घर पर ही था वह वहां कैसे पहुंचा इसकी जानकारी नहीं है।

पुलिस के आला अधिकारी मौके पर है और हत्या के पीछे क्या बजह रही जानने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।मृतक के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है।

डॉ. अजीत गंगवार द्वारा वंशावली अनावरण के बहाने परिवार, परंपरा और संस्कृति को जोड़ने की पहल एक प्रेरणास्पद संदेश

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– परिवार की यशस्वी बहू का बुजुर्गों ने किया सम्मान

शरद कटियार

जिस दौर में लोग अपने इतिहास और पूर्वजों को भूलते जा रहे हैं, उस समय राजा भान सिंह गंगवार की 16वीं पीढ़ी के वंशज डॉ. अजीत सिंह गंगवार ने जो पहल की है, वह मात्र एक पारिवारिक आयोजन न होकर सांस्कृतिक चेतना और मूल्यों के पुनर्जागरण का उदाहरण है। नबावगंज के गांव भटासा स्थित सौ वर्ष पुराने राजा राम मंदिर में आयोजित यह कार्यक्रम, सिर्फ एक वंशावली के अनावरण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक संपूर्ण सामाजिक और आध्यात्मिक उत्सव में परिवर्तित हो गया।

परिवार की जड़ों से जुड़ने की पुकार

डॉ. अजीत गंगवार द्वारा सबसे छोटे सदस्य होते हुए भी 16वीं पीढ़ी की वंशावली को संजोना, यह दर्शाता है कि इतिहास को संजोने की जिम्मेदारी उम्र या पद से नहीं, बल्कि भावना और दृष्टिकोण से तय होती है। इस पहल ने परिवार के बुजुर्गों को न केवल सम्मानित किया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि अगली पीढ़ी उनके मूल्यों को समझ रही है और उन्हें आगे ले जाने को तत्पर है।

स्त्री-सम्मान का सार्वजनिक संदेश

इस कार्यक्रम की एक और विशेष बात यह रही कि उन्होंने अपनी पत्नी विधायक डॉ. सुरभि गंगवार को सार्वजनिक रूप से सम्मानित कर रामनवमी के अवसर पर स्त्री-सम्मान और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को जीवंत कर दिया। यह दृश्य आज की सामाजिक संरचना में एक बेहद आवश्यक और सकारात्मक संकेत है—जहां घर और समाज दोनों में स्त्री की भूमिका को केंद्र में रखा जाए।

कार्यक्रम में जवाहर सिंह गंगवार और मनोज गंगवार द्वारा पूर्वजों के गुणगान ने यह सिद्ध किया कि इतिहास केवल पुस्तकों में नहीं, बल्कि पीढ़ियों के जीवन में सांस लेता है। स्वर्गीय हरिश्चंद्र गंगवार के नाम से जुड़ा यह कुल गौरव केवल स्मरणीय नहीं, बल्कि अनुकरणीय है।

रामनवमी पर आध्यात्मिक आह्वान

हवन-पूजन के माध्यम से पूरे वातावरण में जो शांति और दिव्यता फैली, वह यह बताने के लिए पर्याप्त थी कि धार्मिक आयोजन केवल कर्मकांड नहीं होते, बल्कि वे परिवार और समाज को जोड़ने की शक्ति रखते हैं।

डॉ. अजीत गंगवार और डॉ. सुरभि गंगवार द्वारा किया गया यह आयोजन आज के समय में एक सांस्कृतिक पुनर्स्मरण, पारिवारिक एकजुटता और सामाजिक मर्यादा का सशक्त संदेश है। ऐसे आयोजन न केवल अतीत से जोड़ते हैं, बल्कि भविष्य की राह भी दिखाते हैं। यह आवश्यक है कि हम सब भी अपने परिवार, संस्कृति और मूल्यों की ओर लौटें और अगली पीढ़ी को यह गौरव सौंपने का उत्तरदायित्व निभाएं।