नई दिल्ली। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बाबा साहब के नाम पर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी दलों के सांसद बाबा साहब की तस्वीरें लेकर सदन में पहुंचे थे। विपक्षी पार्टियां गृह मंत्री अमित शाह से बाबा साहब को लेकर टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग कर रही हैं। विपक्षी दलों के सांसदों ने बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बाबा साहब की तस्वीर लेकर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने बाबा साहब के अपमान का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग को लेकर नारेबाजी की।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने जो आज भरे सदन में बाबासाहेब का अपमान किया है। उससे ये फ़िर एक बार सिद्ध हो गया है कि बीजेपी व आरएसएस तिरंगे के खिलाफ़ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। उन्होंने कहा कि संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति को लागू करना चाहते थे। बाबासाहेब डॉ आंबेडकर जी ने ये नहीं होने दिया। इसलिए उनके प्रति इतनी घृणा है।
खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्रीगण ये कान खोलकर समझ लें कि मेरे जैसे करोड़ों लोगों के लिए बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर जी भगवान से कम नहीं। वे दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक व ग़रीबों के मसीहा हैं और हमेशा रहेंगे।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ने कहा कि भाजपा-आरएसएस और उनके राजनीतिक पूर्वज मनुस्मृति के पक्ष में और भारत के संविधान के खिलाफ खड़े थे। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का विरोध किया और उन्होंने अशोक चक्र का विरोध किया। उन्होंने रामलीला मैदान में संविधान की प्रतियां जलाईं। जब भारत के लोगों ने उनकी “400 पार” और भारत के संविधान को बदलने की चाल को नाकाम कर दिया, तो हताश होकर वे अब बाबासाहेब और उनके शानदार योगदान का अपमान कर रहे हैं। भारत बाबासाहेब की विरासत, संसदीय लोकतंत्र और हमारे संविधान पर इस हमले का विरोध करेगा। गृह मंत्री अमित शाह को बाबासाहेब का अपमान करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष ने राज्यसभा में भी आंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान पर हंगामा किया।राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि बाबा साहब हम सबके लिए प्रातः वंदनीय, सम्माननीय और अनुकरणीय हैं। कैबिनेट ने उनको भारत रत्न देने का काम किया है। गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ। हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम लोगों ने बहुत अच्छी तरह से सुना है कि गृह मंत्री ने बाबा साहब के प्रति श्रद्धा का भाव प्रकट किया। कांग्रेस ने किस तरह से बाबा साहब का अपमान किया और भारत रत्न नहीं दिया। बाबा साहब को कांग्रेस ने हराने का काम किया है। बार-बार कांग्रेस ने बाबा साहब को अपमानित करने का काम किया है। बाबा साहब बौद्ध थे, मैं भी बौद्ध हूं। उनके बताए रास्ते पर हम चलते हैं, आप नहीं। ये लोग ढोंग करते हैं।
विपक्ष के हंगामे पर कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्ष और कांग्रेस को घेरा। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्ष के हंगामे पर कहा कि इन्होंने क्या किया। इन्होंने तो बाबा साहब की तस्वीर तक नहीं लगने दी और आज उनकी तस्वीर लेकर आए हैं। कांग्रेस ने हमेशा ही बाबा साहब का अपमान किया है। जैसा गृह मंत्री ने राज्यसभा में कहा भी, कांग्रेस ने तो उनको सदन में नहीं पहुंचने दिया।