श्रावस्ती। बाढ़ पीड़ितों से रिश्वत लेने के आरोप में लेखपाल प्रेम नारायण थापा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ग्रामीणों ने उनका रिश्वत लेते हुए वीडियो बनाकर वायरल किया था, जिसके आधार पर थाना इकौना में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। लेखपाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी, लेकिन न्यायालय ने अपील खारिज करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए। आदेश के बाद जमुनहा तहसील से इकौना पुलिस ने प्रेम नारायण थापा को गिरफ्तार किया।
जिले में बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सहायता प्रदान करने के लिए लेखपाल प्रेम नारायण थापा पर जिम्मेदारी थी। आरोप है कि उन्होंने इस सहायता के बदले पीड़ितों से रिश्वत की मांग की। ग्रामीणों ने उनका रिश्वत लेते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिससे प्रशासन हरकत में आया।
पुलिस ने प्रेम नारायण थापा को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस कार्रवाई से सरकारी अधिकारियों को यह संदेश मिला है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हाल ही में, बस्ती जिले में भी एक लेखपाल को 10,000 रुपये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस घटना के बाद लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने कोतवाली में विरोध प्रदर्शन किया था।
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित हो सके।