नई दिल्ली। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के लिए ‘1206’ नंबर सिर्फ एक नंबर नहीं रहा। या यूं कहें कि उनके लिए लकी नंबर था। यह नंबर उनके सार्वजनिक और निजी जीवन के दशकों में एक स्थायी नंबर रहा। यह उनके वाहनों की नंबर प्लेट पर अंकित था, चाहे वह उनके शुरुआती दिनों में स्कूटर हो या मुख्यमंत्री की आधिकारिक कार। लंबे समय तक भाजपा नेता रहे रूपाणी के लिए ‘1206’ सौभाग्य का प्रतीक था।
लेकिन 12 जून को 2025 को गुजरात के शहर अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के क्रैश होते ही गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी दुनिया को अलविदा कह गए। इस हादसे में विजय रूपाणी को 1206, की संख्या, भाग्य के क्रूर मोड़ में खड़ी कर दी और उनकी मृत्यु का दिन बन गई। 68 वर्षीय रूपाणी, एयर इंडिया की उड़ान AI171 में सवार 242 लोगों में से एक थे, जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के रास्ते में उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
विमान दोपहर 1:40 बजे मेघानी नगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज छात्रावास परिसर में जा गिरा, जिससे भीषण आग लग गई। वह अपनी पत्नी और बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। वे कभी नहीं जा पाए। फ्लाइट मेनिफेस्ट में उन्हें सीट 2डी पर सूचीबद्ध किया गया था। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बाद में पुष्टि की कि पूर्व मुख्यमंत्री मृतकों में शामिल थे। दुर्घटना 6वें महीने के 12वें दिन – 12/06 को हुई – जिसे मित्र, परिवार और पार्टी के सहकर्मी श्री रूपाणी के लिए एक व्यक्तिगत प्रतीक मानते हैं।
राजकोट स्थित उनके आवास पर ली गई तस्वीरों में पार्क किए गए वाहन दिखाई दे रहे हैं, जिन पर अभी भी वही 1206 नंबर का रजिस्ट्रेशन नंबर है, जो उन्होंने सार्वजनिक जीवन के दौरान कई वर्षों तक रखा था। गुजरात के पार्टी अध्यक्ष सीआर पाटिल समेत भाजपा नेताओं ने इस दुखद विडंबना को नोट किया। श्री पाटिल ने कहा कि हमारे नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अपने परिवार से मिलने लंदन जा रहे थे। वे भी इस घटना के पीड़ित हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले। यह भाजपा के लिए बहुत बड़ी क्षति है।