यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में जिस्म फिरोशी का धंधा एक गंभीर समस्या बन गया है, जो अब न केवल छिप-छिपाकर बल्कि खुलेआम हो रहा है। हाल ही में, प्रशासन द्वारा जारी किए गए कुछ लाइसेंसों के जरिए यह खेल और भी खुलेआम चलने लगा है, जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हैं।
जिले के विभिन्न इलाकों में जिस्म फिरोशी के अवैध धंधे की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता और पुलिस की मिलीभगत के कारण यह धंधा और भी तेजी से फैल रहा है। जानकारी के अनुसार, जिले में कम से कम 10 से 12 जगहों पर इस धंधे का संचालन हो रहा है, जहां नाबालिग लड़कियों को भी इस काम में धकेला जा रहा है।
हैरान करने वाली बात यह है कि अब इस अवैध धंधे को वैधता देने के लिए कुछ जगहों पर लाइसेंस भी जारी किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, जिले में एक प्रमुख समेत कई प्रतिष्ठान हैं जिन्हें लाइसेंस जारी किए गए हैं, जहां मसाज पार्लर और अन्य सुविधाओं के नाम पर जिस्म फिरोशी का धंधा चलाया जा रहा है। हाल ही में पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक वर्ष में जिले में 20 से अधिक छापेमारी की गई है, जिसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से अधिकांश मामले लाइसेंसधारी प्रतिष्ठानों से जुड़े हुए हैं। इन छापेमारी के दौरान कई नाबालिग लड़कियों को भी मुक्त कराया गया है, जिन्हें अवैध रूप से इस धंधे में धकेला गया था।
स्थानीय लोगों ने इस अवैध धंधे को लेकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही प्रशासन ने इस पर लगाम नहीं लगाई तो यह धंधा और भी बढ़ सकता है, जिससे जिले का सामाजिक ताना-बाना बिखर सकता है।
जिले के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जिस्म फिरोशी के धंधे पर नकेल कसने के लिए प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी लाइसेंसधारी प्रतिष्ठान को इस धंधे में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फर्रुखाबाद में जिस्म फिरोशी का यह धंधा समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है।जनता की मांग है कि प्रशासन इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और जिले को इस अवैध धंधे से मुक्त कराए।