यूथ इंडिया प्रशांत कटियार
फर्रुखाबाद। जिले में क्षत्रिय समुदाय की जागरूकता और सक्रियता ने राजनीतिक परिदृश्य में एक नई ताकत पैदा की है। क्षत्रिय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने मिलकर एकजुटता का जो माहौल बनाया है, उससे सरकार की छवि में भी चार चांद लग गए हैं।
हाल के वर्षों में क्षत्रिय समुदाय ने अपने अधिकारों और मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाई है। इस जागरूकता का परिणाम है कि जिले समेत राज्य में पिछले तीन चुनावों में क्षत्रिय नेताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में, कुल 14 फीसदी सीटें क्षत्रिय उम्मीदवारों ने जीतीं, जो कि पिछले चुनाव की तुलना में 5 फीसदी अधिक है।
क्षत्रिय समुदाय की एकजुटता में सामाजिक संगठनों की अहम भूमिका रही है। राजपूत समाज संगठन, क्षत्रिय महासभा, और शिवसेना करणी सेना,विश्व क्षत्रिय संगठन जैसे संगठनों ने एक मंच पर आकर सामूहिक समस्याओं को उठाने और समाधान के लिए रणनीति तैयार करने का कार्य किया है। पिछले वर्ष, इन संगठनों ने जनजागरण अभियान के तहत 50 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें 10,000 से अधिक लोग शामिल हुए। जिले के क्षत्रिय जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्रियता दिखाई है। उदाहरण के लिए, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2000 से अधिक क्षत्रिय परिवारों को लाभ मिला है। इसके अलावा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकारी योजनाओं का सक्रियता से उपयोग किया जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप सामाजिक स्थिति में सुधार देखने को मिला है।
जागरूकता और सक्रियता के इस माहौल को बनाए रखने के लिए क्षत्रिय समुदाय ने आगे की योजना बनाई है। क्षत्रिय महासभा आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का साथ निभाने के लिए एक समर्पित समिति का गठन करेगी। साथ ही, विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नियमित संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे।
जिले में क्षत्रिय समुदाय की जागरूकता और एकजुटता ने न केवल राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित किया है, बल्कि सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह एक नई शुरुआत है, जो भविष्य में क्षत्रिय समाज की शक्ति और एकता को और मजबूत करेगी।