वॉशिंगटन – मैनहट्टन संघीय अभियोजकों ने शुक्रवार को कोर्ट में दाखिल दस्तावेजों में खुलासा किया कि ईरानी साजिशकर्ताओं ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प (Donald Trump) की हत्या की साजिश रची थी। एक ईरानी संचालक ने बताया कि उसे सितंबर में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स द्वारा ट्रम्प की निगरानी और उनकी हत्या पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सौंपा गया था।
शिकायत के अनुसार, इस साजिश के लिए भारी धनराशि खर्च की गई थी। वाशिंगटन के न्याय विभाग ने तीन लोगों पर इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है, जिसमें ट्रम्प (Donald Trump) को मारने का प्रयास भी शामिल है। तीनों आरोपी हैं – ईरान के फरहाद शकेरी (51), न्यूयॉर्क के कार्लिस्ले रिवेरा (49), और जोनाथन लोडहोल्ट (36)। रिवेरा और लोडहोल्ट को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि शकेरी फरार है और माना जाता है कि वह ईरान में है।
इस साजिश का मकसद जनवरी 2020 में कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेना बताया गया है।
रिकॉर्डेड बातचीत में खुलासा
शकेरी ने रिकॉर्डेड बातचीत में बताया कि उसे ट्रम्प को मारने का काम सौंपा गया था। इसके साथ ही, उसे दो यहूदी अमेरिकी नागरिकों की निगरानी करने और उनकी हत्या के लिए 500,000 डॉलर की पेशकश भी की गई थी।
अभियान के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने कानून प्रवर्तन के अधिकारियों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ा नुकसान टाल दिया। तीनों पर भाड़े के बदले हत्या, साजिश, और धन-शोधन के आरोप लगाए गए हैं, जिनके तहत 10 से 20 साल तक की सजा का प्रावधान है।
अधिकारियों का कहना है कि ईरान 2024 की राष्ट्रपति पद की दौड़ को बाधित करने के लिए ट्रम्प की हत्या की साजिश रच रहा था और उनके अभियान को हैकिंग के माध्यम से निशाना बना रहा था।