…. प्रशांत कटियार….
जीवन में विश्वास एक महत्वपूर्ण आधार है, जो हमारे रिश्तों और सामाजिक संबंधों को मजबूत बनाता है। लेकिन यह विश्वास तभी फलता-फूलता है जब हम सोच-समझकर निर्णय लेते हैं। आज के दौर में, जहां सूचना का प्रवाह तेजी से बढ़ रहा है, हम अक्सर सुनी हुई बातों पर बिना परख किए भरोसा कर लेते हैं। यह समझना आवश्यक है कि कोई भी व्यक्ति आपको अपनी कहानी का वह हिस्सा नहीं बताएगा, जहां वह स्वयं गलत था। इस प्रकार की चुनौतियाँ हमें अपने विवेक का उपयोग करने के लिए प्रेरित करती हैं।
कच्चे कान और शक्की नजर के कारण हम दूसरों को सही मायने में समझने में चूक जाते हैं। जब हम हर किसी पर शक करने लगते हैं, तो न केवल हम दूसरों को दूर करते हैं, बल्कि स्वयं को भी कमजोर बना लेते हैं। यह शक्की दृष्टिकोण हमें जीवन की खुशियों के बीच भी दुःख का अनुभव कराता है। निरंतर संदेह और अनिश्चितता के इस माहौल में, हम अक्सर अकेलेपन और निराशा का सामना करते हैं।हर व्यक्ति के पास अपने अनुभव और दृष्टिकोण होते हैं। यदि हम दूसरों पर भरोसा करने का साहस दिखाएं, तो हम न केवल अपने रिश्तों को मजबूत कर सकते हैं, बल्कि जीवन की असल खुशियों का अनुभव भी कर सकते हैं। विश्वास की शक्ति हमें एकजुट करती है और हमारे जीवन को समृद्ध बनाती है। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम सोच-समझकर भरोसा करें। हमें समझना होगा कि रिश्तों में विश्वास का महत्व है, जो न केवल हमें जोड़ता है, बल्कि हमें मानसिक संतोष और खुशी भी प्रदान करता है। अंततः, विश्वास ही सच्ची खुशहाली का मार्ग है, जो हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देता है।
लेखक दैनिक यूथ इंडिया के स्टेट हेड है।