आगरा। जिले में रविवार की देर शाम जिलाधिकारी आवास परिसर के पिछले हिस्से की जर्जर दीवार रविवार शाम भरभराकर ढह (Wall Collapse) गई। दीवार से सटी मोहनपुरा बस्ती में रहने वाले पिता-पुत्री सहित 4 लोग मलबे में दब गए। चीख पुकार मचने पर जुटे आसपास के लोगों ने करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला। सभी को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी भेजा गया, जहां सात साल की बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि उसके पिता सहित तीन घायलों का इलाज चल रहा है।
एमजी रोड स्थित जिलाधिकारी आवास परिसर कई एकड़ में फैला है। चारों ओर करीब साढ़े सात फीट ऊंची दीवार बनी है, जो कई जगह से जर्जर है। बरसात के कारण इसमें पानी भर गया। दीवार के पिछले हिस्से में मोहनपुरा मलिन बस्ती है। हादसा शाम करीब सवा 6 बजे हुआ।
मोहनपुरा में रामवीर के मकान में किराए पर रहने वाले चरण सिंह भल्ला-चाट की ठेल लगाते हैं। वह दीवार के सहारे ठेल पर सामान सजाकर बाजार जाने की तैयारी कर रहे थे। ठेल पर उनकी नौ साल की बेटी आरती उर्फ लालो पिता का हाथ बंटा रही थी। रामवीर और मोहल्ले की तमन्ना (8) पुत्री सागर भी वहीं खड़ी थी। इसी दौरान दीवार अचानक भरभराकर गिर (Wall Collapse) पड़ी। चरण सिंह, उनकी बेटी आरती, रामवीर और तमन्ना मलबे में दब गए।
दीवार गिरने (Wall Collapse) की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। दीवार का दूसरा हिस्सा न ढह जाए, इसका डर भी सता रहा था। फिर भी लोगों ने हिम्मत जुटाकर मलबा हटाना शुरू किया। मलबे में लोग दबे हैं, इसकी जानकारी नहीं थी। तभी कराहने की आवाज सुनकर युवकों ने शोर मचाया कि लोग दबे हैं। इसके बाद राहत कार्य शुरू हुआ।
हादसे की जानकारी मिलने पर डीएम भानु चंद्र गोस्वामी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एंबुलेंस आदि की व्यवस्था करवाई। घायलों के साथ अधीनस्थ कर्मचारियों को एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा। मौके पर भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश भी पहुंचे।
उन्होंने कहा कि घायलों का अच्छे से अच्छा इलाज कराया जाएगा। वह घायलों को देखने हॉस्पिटल भी पहुंचे। उधर, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने आरती उर्फ लालो को मृत घोषित कर दिया। एसीपी सदर डॉ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि शव पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया है। घायलों की हालत खतरे से बाहर है।