यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। शिक्षा विभाग की मिली भगत से नवीन विद्यालय के भवनों में घटिया सामग्री लगाई गई है। 10 माह में ही विद्यालय के भवन में दरार पढऩे लगी है। प्रधानाध्यापक ने खंड शिक्षा अधिकारी को जानकारी दी है। करीब 11 लाख से अधिक रूपये की लागत से भवन का निर्माण आरईएस संस्था द्वारा कराया गया है।
ब्लाक राजेपुर क्षेत्र क्षेत्र का गांव तीसराम की मड़ैया का प्राथमिक विद्यालय का भवन बाढ़ की चपेट में आने से कट गया था। भवन का निर्माण कराए जाने की जिम्मेदारी आरईएस को दी थी। कार्यदाई संस्था ने एक ठेकेदार से बर्ष 2023 में विद्यालय का निर्माण कराया है। कार्यदाई संस्था आरईएस के द्वारा विद्यालय निर्माण किया गया। कार्यदाई संस्था ने विद्यालय निर्माण में जमकर घटिया सामग्री का प्रयोग किया है। प्लास्टर में बालू का प्रयोग किया गया है। भवन में घटिया सामग्री लगाये जाने से विद्यालय का भवन करीब 10 माह में ही दरारें पड़ गई है। इस भवन में बच्चो को बैठाकर कक्षाएं भीं संचालित रही है। प्रधानाध्यापक ने श्याम कुमार ने भवन में दरार आने की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार सिंह को दी है। ठेकेदार द्वारा दरार को भरने का का काम भीं किया जा चुका है। इसके बाद भी दरारे बंद नही हो पाई है।
राजेपुर क्षेत्र में जर्जर व बाढ़ से कटे सरकारी भवनों का निर्माण कार्यदाई संस्था द्वारा कराया गया है। भवनों के निर्माण में ठेकदारों ने खूब अनदेखी कर घटिया सामग्री लगाकर निर्माण कराए है। निर्माण में बालू का प्रयोग मना था। इसके बाद भी बालू का प्रयोग किया गया है। विकास खंड में प्राथमिक विद्यालय करनपुर दत्त, जूनियर हाईस्कूल पिथनापुर, प्राथमिक विद्यालय हरसिंहपुर कायस्थ , प्राथमिक विद्यालय नगला दुर्गु में नए भवन बनवाए गए है। जूनियर हाईस्कूल पिथनापुर का भवन निर्माण के समय छज्जा गिर गया था।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया है कि अभी विद्यालय हैंड ओवर नही किए गए है। हैंड ओवर करने से पहले सभी विद्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा। जो भीं कामिया होगी उनको पूरा कराया जाएगा। कार्यदाई संस्था के खिलाफ भीं कार्यवाही होगी।