यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। भले ही उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत माफियाओं पर कार्रवाई जारी हो, लेकिन जिले में पुलिस के कुछ जिम्मेदार अब भी माफिया के करीबी लोगों का साथ देते नजर आ रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण कादरी गेट थाना क्षेत्र के अमेठी कोहना गांव में देखने को मिला, जहां गैंगस्टर के आरोपित भाई गोपाल सिंह द्वारा गरीब किसान के खेत में जबरन खनन किया गया। पीडि़त किसान द्वारा जब मुख्यमंत्री से शिकायत की गई, तो उल्टा पुलिस ने उसी का शांति भंग में चालान कर दिया।पुलिस खुद मान रही की खनन अवैध रूप से हो रहा।
घटना के अनुसार, अमेठी कोहना गांव निवासी हरि कुशवाहा पुत्र मूल चंद्र का खेत भैरव घाट के निकट स्थित है। हरि कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि गैंगस्टर शिव प्रताप चीनू के छोटे भाई गोपाल सिंह ने दबंगई के बल पर उनकी 10 डिसमिल जमीन में बिना किसी अनुमति या दस्तावेज के 15 फीट गहरा अवैध खनन कर लिया। जब हरि कुशवाहा ने इसका विरोध किया, तो उन्हें धमकी दी गई और मामले को दबाने के लिए कहा गया।इस मामले में मुख्यमंत्री के ओ एस डी एनकेएस चौहान ने एसपी को 17 अक्टूबर को पत्र भी लिखा,जिसके बाद उल्टा पीडि़त का ही चालान कर दिया गया।
हरि कुशवाहा ने पुलिस अधीक्षक समेत कई उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया। पुलिस पर गैंगस्टर के प्रभाव का आलम यह है कि पांचाल घाट पुलिस चौकी पर इन सब का दबदबा कायम है, जिसके कारण पीडि़त की शिकायतें ठंडे बस्ते में डाल दी गईं। आखिरकार, हरि कुशवाहा ने 24 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में लखनऊ जाकर अपनी समस्या रखी। उनकी शिकायत पर कार्रवाई का आदेश तो हुआ, लेकिन जब मामला स्थानीय पुलिस के पास पहुंचा, तो पांचाल घाट पुलिस चौकी प्रभारी ने उल्टा पीडि़त पर ही समझौता करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब हरि कुशवाहा ने समझौता करने से इनकार किया, तो पुलिस ने उनकी पत्नी समेत उनका शांति भंग में चालान कर दिया।
गैंगस्टर का आतंक, गरीब के खेत में किया अवैध खनन, शिकायत करने पर पीडि़त पर ही हुआ शांति भंग का चालान
