यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। गंगापार क्षेत्र में हालिया बाढ़ ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। पिछले कुछ दिनों की भारी बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे क्षेत्रीय बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यहां बाढ़ की स्थिति और इसके प्रभावों के बारे में विस्तृत आंकड़े देखें तो
गंगा नदी का जलस्तर 12.5 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान 11.5 मीटर से 1 मीटर अधिक है।
जलस्तर में पिछले 48 घंटों में 1.2 मीटर की वृद्धि हुई है।
कुल 15 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें गंगापुर, कछुआ, फतेहपुर, और शहजादपुर प्रमुख हैं।
लगभग 800 घर जलमग्न हो गए हैं।2,500 एकड़ कृषि भूमि पानी में डूब गई है।30 किलोमीटर सडक़ों पर बाढ़ का पानी भर गया है, जिससे प्रमुख सडक़ मार्ग प्रभावित हुए हैं।
यातायात में 50त्न की कमी आई है। कई मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी –
10 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिसमें 1,500 से अधिक प्रभावित लोगों को शरण और खाद्य सामग्री प्रदान की जा रही है।
5,000 किलोग्राम चावल, 3,000 किलोग्राम दाल, और 2,000 लिटर पानी की आपूर्ति की गई है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में 80 मिमी और बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावितों के लिए विशेष सतर्कता और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी है। निवासियों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।