यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। गंगा व रामगंगा में पानी छोड़े जाने के कारण पानी फिर एक बार बढऩे लगा है जिसके साथ-साथ ही ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही है जिसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर दिखाई दे रहा है।
बीते दिन बाढ़ का पानी दरवाजे तक आ जाने के कारण महेश शर्मा पीआरडी जवान के घर में बना सीमेंट का जीना भरवारा कर गिर गया जिससे पास में बैठा बच्चा बाल बाल बच गया लेकिन कई दिन भी जाने के बावजूद भी लेखपाल ने मौके पर जाकर सुध नहीं ली। वही पूर्व प्रधान रामबरन ने बताया है कि अगर आशा की मड़ैया में पुलिया का निर्माण हो जाए तो ग्रामीणों को पानी के अंदर से नहीं निकलना पड़ेगा आज भी गांव में जल भराव की स्थिति बनी हुई है राहगीर छात्र-छात्राएं पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि खूटे पर जानवर बंधे हैं। फसलें जलमग्न हो गई है। बीमारियां फैली शुरू हो गई है जिसके कारण खांसी जुखाम बुखार उल्टी दस्त आदि बीमारियां फैलनी शुरू हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी रोस्टर के अनुसार गांव में पहुंचकर दवा का वितरण कर रही है।
फिर भी स्थिति गंभीर बनी हुई है आज भी आशा की मड़ैया मंझा की मड़ैया समेत कई गांव के संपर्क मार्गों पर पानी चल रहा है