यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद, 21 अगस्त। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भीम आर्मी के आह्वान पर दलित समाज द्वारा आयोजित एक बड़े धरना प्रदर्शन को पुलिस और प्रशासन ने नियंत्रित किया। भारत बंद के तहत आयोजित इस प्रदर्शन की कमान खुद पुलिस अधीक्षक (एसपी) आलोक प्रियदर्शी ने संभाली, जो भारी पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर तैनात रहे।
पुलिस की कड़ी निगरानी:
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के जेएनवी तिराहा पर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर जमा हुए दलित समाज के पदाधिकारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने “जो दलित हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा” जैसे नारे लगाते हुए अपनी मांगों को लेकर आक्रोश व्यक्त किया।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को अंबेडकर प्रतिमा से एक कदम भी आगे नहीं बढऩे दिया। धरना स्थल पर एसपी आलोक प्रियदर्शी स्वयं मौजूद थे और उन्होंने सुनिश्चित किया कि स्थिति नियंत्रण में रहे।
प्रदर्शनकारियों ने जातिगत जनगणना की मांग की, साथ ही अनुसूचित जाति, जनजाति, और पिछड़ा वर्ग के आरक्षण कोटे को सभी विभागों में पूरा करने की मांग उठाई। पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि गैर सरकारी संस्थानों में भी आरक्षण व्यवस्था लागू की जानी चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि 11 सितंबर को वे दिल्ली में एक और बड़ा आंदोलन करेंगे।
ांदोलन कर रहे दलित समाज के पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई। प्रदर्शनकारी जिला मुख्यालय की ओर जाने पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे नहीं दिया।
स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेकर धरना समाप्त कराया।
फतेहगढ़ के जेएनवी तिराहा पर स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास दलित समाज द्वारा किया गया प्रदर्शन पुलिस की कड़ी निगरानी में संपन्न हुआ। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए प्रदर्शनकारियों की मांगें सुनीं और ज्ञापन लेकर उन्हें शांत किया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों के लिए दिल्ली में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।