जहानगंज। बीजेपी नेता और स्वच्छ भारत मिशन के क्षेत्रीय सहसंयोजक शैलेंद्र राजपूत ने राजस्व कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि पशुधन दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह और प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह के पत्र का जिले में पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि मौजा ग्राम आलूपुर में सरकारी नाली एवं गाटा संख्या 212 के संबंध में अवैध कब्जा हटाने के लिए टीम गठित नहीं की गई, जबकि 11 सितंबर को संपूर्ण समाधान दिवस पर इस मामले को लेकर लिखित आदेश जारी किया गया था।लेकिन मौके पर कुछ नहीं हुआ,
राजपूत ने कहा कि जब उन्होंने उपजिलाधिकारी से शिकायत की, तो एक टीम गठित की गई, लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा बिना पैमाइस के ही मामले का निस्तारण किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय लेखपाल और अन्य लेखपालों ने उनसे 8 हजार रुपये और विपक्षी से भी मोटी रकम वसूली। इस मामले में नायब तहसीलदार हर्षित सिंह की भी संलिप्तता बताई जा रही है।
राजपूत ने कहा कि जब उपजिलाधिकारी ने लिखित आदेश दिया, तब भी अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उच्च अधिकारियों के पास जाएंगे। और आमरण अनशन करने पर मजबूर होंगे उन्होंने यह भी कहा कि जिले की उपाध्यक्ष महिला मोर्चा रमला राठौर ने उपजिलाधिकारी और जिलाधिकारी से विपक्षी की पैरवी की है क्यूंकि वो क्षेत्रीय लेखपाल की माँ है , जिससे लेखपालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
राजपूत ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।