यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद फर्रुखाबाद जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति की स्थिति अब भी सुधर नहीं पाई है। भारी बारिश और बाढ़ के साथ-साथ हो रही बिजली कटौती ने जिले के लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
जिले में पिछले 24 घंटों में औसतन 8 से 10 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या और भी गंभीर है, जहां बिजली सिर्फ 4-6 घंटे के लिए ही उपलब्ध हो पा रही है। शहरी क्षेत्रों में भी बिजली की उपलब्धता अनिश्चित है, जिससे व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री के आदेश की अनदेखी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश दिए थे। इसके बावजूद, जिले में बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हो पा रहा है। बिजली विभाग के अधिकारी तकनीकी समस्याओं और बिजली के उपकरणों में आई खराबी को इसका कारण बता रहे हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों का मानना है कि प्रशासन की लापरवाही और कुप्रबंधन इस संकट का मुख्य कारण है।
बिजली कटौती से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति भी बाधित हो रही है। लोग पीने के पानी और अन्य आवश्यक जरूरतों के लिए परेशान हैं। बिजली की कमी से किसानों के लिए सिंचाई भी कठिन हो गई है, जिससे फसलों पर बुरा असर पड़ रहा है। व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गई हैं, और छोटे उद्योगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
जिले में बिजली कटौती की समस्या को लेकर बिजली विभाग में दर्ज शिकायतों की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई है। पिछले एक सप्ताह में ही जिले के विभिन्न उपकेंद्रों पर लगभग 500 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से अधिकांश शिकायतें बिजली आपूर्ति में लगातार हो रही रुकावटों से संबंधित हैं। हालांकि, बिजली विभाग की ओर से अब तक इन शिकायतों का निपटारा नहीं हो सका है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है। जिला प्रशासन का कहना है कि वह बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि खराब ट्रांसफार्मरों और उपकरणों की मरम्मत का काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं, बिजली विभाग के अधिकारी आपूर्ति में आ रही दिक्कतों का कारण तकनीकी समस्याओं को बता रहे हैं और जल्द ही समाधान का आश्वासन दे रहे हैं। हालांकि, जनता में सरकार और प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।
स्थानीय निवासियों और व्यापारिक संगठनों ने इस समस्या के समाधान के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। बिजली आपूर्ति की समस्या ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है, और अब वे इसके जल्द से जल्द समाधान की अपेक्षा कर रहे हैं।