यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुस्लिमो की वक्फ अपनी संपत्ति है, स्कूल, अस्पताल, मदरसे के लिए वक्फ की जमीन होती है, मै वर्तमान विधेयक का समर्थन नहीं करता हूं। यह बात राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय उलेमा एवम् सदस्य मसाइख बोर्ड व अजमेर दरगाह कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नैय्यर मिया सज्जादानशीन रुदौली शरीफ फैजाबाद ने कही।
मुस्लिम समाज के लोग ही वक्फ संपत्ति पर कब्जा करने, बेचने या किराए पर उठाने पर लगे हुए हैं के प्रश्न के जवाब में श्री नैय्यर मिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने वक्फ विधेयक के लिए संयुक्त समिति का गठन किया है जो वक्फ के लिये सभी से विचार विमर्श करके विधेयक का मसौदा तैयार करेगा।दरगाह बोर्ड की मांग हमने रखी है जिसमे 42 नियम है जिसे भी लागू किया जाए। भाजपा सरकार ने सीधे विधेयक न पारित कराकर 31 सदस्यीय संयुक्त संसदीय कमेटी के गठन की घोषणा करके सराहनीय कार्य किया है जिनके पास हम कई कमेटी के लोग अपनी राय भी दे सकेंगे।
उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारो ने 55 वर्षो से दरगाहो,खानकाहो पर काफी जुर्म व शोषण किए है। बंगला देश की अपदस्त प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत द्वारा शरण दिए जाने के प्रश्न पर श्री नैय्यर मिया ने जवाब दिया कि भारत बंगला देश के संबंध काफी पुराने हैं।बंगला देश को स्थापित करने में भारत का बहुत बड़ा योगदान है।
इस कारण भारत ने शेख हसीना को शरण दी है। मदरसों के सर्वे पर कहा कि मदरसों में सुधार के लिए सरकार मदरसों का सर्वे करा रही है।प्रेस वार्ता में दरगाह के सज्जादा नशीन सूफी हाजी मोहम्मद शरीफ उर्फ मोहब्बत शाह एवम् नायब सज्जादानशीन मोहम्मद वसीम मिया आदि मौजूद रहे।