यूथ इंडिया संवाददाता
नबाबगंज। बदलते मौसम का असर अब लोगों की सेहत पर साफ नजर आ रहा है। वायरल संक्रमण और बुखार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। अस्पतालों और ओपीडी में बुखार से पीडि़त मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
ओपीडी में डॉ. गौरव राजपूत ने बताया कि बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस संक्रमण से पीडि़त लोगों में से चार मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है। इस बुखार से ठीक होने में 4 से 6 दिन का समय लगता है। डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि वे बदलते मौसम में खास ध्यान रखें और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
सीएचसी का डॉ दलवीर सिंह ने निरीक्षण किया था। डॉ गौरव राजपूत, डॉ बशिष्ट कटियार व वार्ड आया राहुल कुमार व लक्ष्मी दुबे अनुपस्थित मिली। उन्होंने उपस्थित रजिस्टर देखा तो स्टाफ नर्स शीला, दीपा राजपूत, मधू, रेनू, नीलम चौधरी के द्वारा हस्ताक्षर न करने पर उन्होंने नाराजगी जताई। लेवर रूम में स्टाफ नर्स मधू राजपूत के बिना यूनीफार्म के मिलने पर नाराजगी जताई।
गंदगी देख स्टाफ नर्स से नाराजगी जताकर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। लेवर रूम में भर्ती गांव कनासी निवासी चांदनी पत्नी दुर्गेश, बरतल निवासी मरीन पत्नी मुफ़ीस से जानकारी ली। उन्होंने लेब में पहुंचकर टेक्नीशियन सुनील कुमार शुक्ला से जानकारी ली। उन्होंने दवा भंडारण कक्ष में पहुंचकर दवाओं का स्टाक चेक किया। इंजेक्शन की गिनती में रजिस्टर में 3970 पैरासिटामोल व 200 जेंटामाइसिन इंजेक्शन दर्ज थे। गिनती में 3650 पैरासिटामोल व 1050 जेंटामाइसिन इंजेक्शन मिले। इंजेक्शन कम मिलने पर उन्होंने फार्मासिस्ट सर्वेश श्रीवास्तव को कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने वार्ड में भर्ती बुखार से पीडि़त मुहल्ला गनीपुर निवासी उमेश की पत्नी पिंकी, शौकत अली, बरतल निवासी अमित कुमार, मुकेश आदि से जानकारी ली।
मरीजों ने फार्मासिस्ट राजीव यादव द्वारा दवाएं बाहर से लिखने व खून की जांच भी निजी पैथलॉजी से करवाने की शिकायत की। तो उन्होंने फार्मासिस्ट को फटकार लगाकर कार्रवाई की चेतावनी देकर दोबारा गलती न करने की हिदायत दी। उन्होंने अधीक्षक डॉ लोकेश शर्मा से नाराजगी जताकर अस्पताल की व्यवस्थाओं व साफ सफाई को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।