यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। शहर और गांवों में आवारा गोवंश का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बावजूद, जिला प्रशासन इस मुद्दे को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
रात होते ही हर सडक़ पर गोवंश का झुंड जमा हो जाता है, जिससे न सिर्फ यातायात बाधित होता है, बल्कि दुर्घटनाओं का भी खतरा बढ़ जाता है। मोहल्लों और मुख्य सडक़ों पर गोवंश के बड़े-बड़े झुंडों का जमावड़ा आम बात हो गई है। कई बार तो इन पशुओं के कारण लोग रात को बाहर निकलने से भी डरते हैं।
सरकार द्वारा संचालित गौशालाओं की स्थिति बेहद खराब है। गौशालाओं में गोवंश के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण, वे सडक़ों पर घूमते रहते हैं। स्थिति यह है कि गौशालाओं में क्षमता से अधिक गोवंश भरे होने के कारण नए पशुओं को रखने की जगह नहीं है।
सीएम योगी द्वारा आवारा गोवंश के संरक्षण और गौशालाओं की स्थिति सुधारने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिले के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, जिले में लगभग 3,500 आवारा गोवंश सडक़ पर घूम रहे हैं, जबकि गौशालाओं की क्षमता मात्र 2,000 पशुओं की है। इसका मतलब है कि 1,500 से अधिक गोवंश खुलेआम सडक़ों पर घूम रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण उनकी समस्याओं में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। कई स्थानों पर लोगों ने खुद ही गोवंश को सडक़ से हटाने के प्रयास किए हैं, लेकिन प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिली है।
जिले में आवारा गोवंश की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। सीएम योगी के निर्देशों के बावजूद जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण आम जनता को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गौशालाओं की दयनीय स्थिति और अधिकारियों की उदासीनता इस समस्या को और भी गंभीर बना रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।