यूथ इंडिया, बरेली। 18 अप्रैल से विवाह मुहूर्त प्रारंभ हुए थे अप्रैल तक विवाह महोत्सव की खूब धूम रही। पूरे शहर में चारों ओर बैंड बाजा बाराती नजर आए और विवाह भी काफी संख्या में हुए। अब 27 अप्रैल को अंतिम मुहूर्त है। इसके साथ ही मांगलिक कार्यक्रम विराम हो जाएंगे। आज अंतिम मुहूर्त के बाद ढाई महीने तक शादी के मुहूर्त नहीं हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा के अनुसार 28 अप्रैल को शुक्र ग्रह अस्त हो जाएंगे। शुक्र अस्त की अवधि सवा दो महीने की रहेगी। बता दें, पांच जुलाई को शुक्र ग्रह उदय होंगे और इसी दौरान सात मई को गुरु ग्रह भी अस्त हो जाएगा। जो लगभग 26 दिन तक अस्त रहेगा। दो जून को गुरुदेव उदय होंगे।
धर्म शास्त्रत्तें की ज्योतिष के अनुसार गुरु शुक्र अस्त में विवाह आदि मांगलिक कार्य पूर्णतया वर्जित माने गये हैं। इसलिए गुरु शुक्र अस्त्त के कारण किसी भी पंचांगों में मई -जून के विवाह मुहूर्त नहीं दिए गए हैं, लेकिन अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त विवाह के लिए माना जाता है। जो 10 मई को है। ऐसे में अबूझ मुहूर्त चलते इस दिन विवाह अधिक संख्या में होंगे। आगे नौ जुलाई से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे। जो 15 जुलाई तक जारी रहेंगे। कुल मिलाकर जुलाई में भी विवाह के कुल मुहूर्त छह रहेंगे। वही आगे विवाह मुहूर्त की बात करें तो 17 जुलाई को हरिशयनी एकादशी होगी। इस एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ हो जाता है। यानी चार महीनों तक विवाह आदि मांगलिक कार्यों के मुहूर्तों पर विराम लग जाता है। क्योंकि, भगवान विष्णु चातुर्मास के लिए शयन मुद्रा में चले जाते हैं। 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी से विवाह मुहूर्त फिर से शुरू होंगे और लगातार 14 दिसंबर तक चलेंगे।
विवाह के शुभ मुहूर्त
- जुलाई- 9, 11, 12, 13, 14, 15
- नवंबर- 12,17 18,23, 25, 27, 28
- दिसंबर- 2, 3, 4, 6, 7, 10, 11, 14
ग्रह अस्त और उनका प्रभाव
जब कोई ग्रह कुछ विशेष अंशों के साथ सूर्य के निकट आ जाता है, तो उस ग्रह की चमक सूर्य के प्रकाश और तेज के सामने धीमी पड़ जाती है। इस कारण से वह आकाश में द्दष्टिगोचर नहीं होता तो उस ग्रह का अस्त होना कहलाता है।