पांचालघाट से लेकर फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन, चौक, घुमना से ठंडी सड़क से सेन्ट्रल जेल के सभी मुख्य मार्ग ठप |
यूथ इंडिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश यहां औंधे मुंह गिरने के बाद फर्रुखाबाद नगर की सभी मुख्य सडकें और लिंक गलियां पूरे दिन जाम की झाम से सराबोर है। घंटो मंडी रोड हो या ठंडी सडक या फिर नगर का नेहरू रोड, गुढगांव देवी चौक से लेकर नाला मछरट्टा, वहां से कादरीगेट और फिर पांचालघाट, चारो ओर जाम की ताबाही में लाखों की तादात में आम जनमानस त्राहि-त्राहि कर कराह उठा है। न कहीं यातायात पुलिस है न अन्य व्यवस्था, ‘भगवान भरोसे फर्रूखाबाद’
बेमौसम चुनाव देख कछुआ गति से खानापूर्ति कर बनवाई जा रही गुणवत्ता विहीन आलू मंडी रोड या फिर ठंडी सडक, आज दो माह से आम जनमानस का जीना दूभर किये है। पूरे दिन भोर की पहली किरण के साथ यहां जाम की झांम रहती है। स्कूली बच्चों से लेकर मरीजों को भयंकर समस्या से रोज रूबरू होना पड रहा। लेकिन जाम से छुटकारे का कोई तोड नही निकाला जा सका। यातायात पुलिस की भारी निष्क्रियता के चलते नगर का कोई भी ऐसा मार्ग नही है जिस पर जनता रोती न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चंद माह पूर्व ही आदेश किया था कि भीड़-भाड़ बाले इलाकों में ई रिक्शा न जाने दिये जाये। लेकिन महाराज का यह आदेश उस आदेश की तरह ही टोकरी में डाल दिया गया, जिसके तहत उन्होने ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवारी पर रोक लगाई थी। परिणाम स्वरूप चंद दिनों पूर्व ही ट्रैक्टर ट्राली पलटने से ही एक ही जगह पर 11 लोग मौत के मुंह में समा गये। लेकिन जिम्मेदारों के जुंह तक न रेंगी।
पांचालघाट से लेकर मोहम्मदाबाद तक निर्माणाधीन हाईवे चिढ़ा रहा मुंह |
समूचे प्रदेश में नगर फर्रूखाबाद ही गांवों से भी बदतर
फर्रूखाबाद। पूरे प्रदेश की तस्वीर जांच ले तो सबसे ज्यादा दुर्दशाग्रस्त नगर फर्रूखाबाद ही है। जहां टूटी सडके, बजबजाती नालियां, जर्जर झूलते बिजली के तार यहां की दयनीय स्थिति और गरीबी का प्रमाण देतीं है। विकास होता भी है तो वह भी ऐसा जैसे अनपढों के हाथ लगाम दे दी गई। मुख्य मार्गों को सीसी में तब्दील किया जा रहा। जहां निर्माण भी घटिया कहें तो उस शब्द का भी अपमान होगा।
नगर की सभी सडके डामरीकरण को विराम देते हुए सीसी में तब्दील की जा रही। जिन पर लग्जरी कारों से भी निकलने भर से बेईमानी और मक्कारी साफ झलकती है। सरकार और जनता का पैसा कैसे लूटा जा रहा यह देखना है तो शहर फर्रूखाबाद आईए। इससे भी बुरा हाल पांचालघाट से लेकर मोहम्मदाबाद तक निर्माणाधीन हाईवे का है जिसके पूरे होने की आस में न जाने कितने भगवान को प्यारे हो चुके।