यूथ इंडिया, नई दिल्ली। ‘INDIA’ यानी विपक्षी गठबंधन को पश्चिम बंगाल में बड़ा झटका लगा है। खबर है कि मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इससे पहले कहा जा रहा था कि टीएमसी ने कांग्रेस को दो सीटें देने की पेशकश की थी। इससे पहले उन्होंने ‘INDIA’ में शामिल वाम दलों पर भी गठबंधन पर हाईजैक करने के आरोप लगाए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीएम बनर्जी का कहना है कि कांग्रेस के साथ चर्चा फेल होने के बाद यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘जो भी प्रस्ताव मैंने उन्हें दिया, उन लोगों ने सभी पर इनकार कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद ही बंगाल में अकेले जाने का फैसला किया है।’ खबरें थी कि कांग्रेस ने राज्य में टीएमसी से 10-12 सीटों की मांग की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, सीएम बनर्जी ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस ने बंगाल में न्याय यात्रा के बारे में सूचित भी नहीं किया था। उन्होंने कहा, ‘शिष्टाचार के नाते उन्होंने मुझे ये जानकारी भी नहीं दी कि वह बंगाल में यात्रा करने जा रहे हैं।’ इसे पहले टीएमसी बंगाल में कांग्रेस की यात्रा में शामिल होने से भी इनकार कर चुकी है।
बनर्जी ने कहा, ‘मेरी कांग्रेस के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या होगा, लेकिन हम सेक्युलर पार्टी हैं और हम अकेले ही भाजपा को हराएंगे। मैं INDIA गठबंधन का हिस्सा हूं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है, लेकिन हमें इसकी जानकारी नहीं दी गई…।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी फिलहाल असम में हैं। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उनकी यात्रा का अगला पड़ाव पश्चिम बंगाल हो सकता है। इधर, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस को अवसरवादी बता दिया था। साथ ही दावा किया था कि साल 2011 में सीएम बनर्जी कांग्रेस की ‘दया’ पर ही सत्ता में आईं थीं।
लेफ्ट पर लगाया गठबंधन हाईजैक करने का आरोप
रविवार को राजधानी कोलकाता में एक रैली के दौरान भी सीएम बनर्जी ने विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल लेफ्ट पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाए थे कि वाम दल गठबंधन पर नियंत्रण की कोशिश कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीएमसी सुप्रीमो का कहना था, ‘विपक्षी समूह की बैठक के दौरान मैंने INDIA नाम का सुझाव दिया था, लेकिन जब भी मैं बैठक में शामिल हुई तो देखा कि लेफ्ट इसे कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। यह स्वीकार्य नहीं है। जिन लोगों से मैं 34 सालों तक लड़ती रही, उन लोगों से मैं सहमत नहीं हो सकती।’