यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के तहत फर्रुखाबाद जिले में लंबे समय से चल रहे अवैध अस्पतालों पर एसीएमओ रंजन गौतम ने बड़ी कार्रवाई की है। महज 15 दिनों में, गौतम ने तीन दर्जन से अधिक अवैध पॉलीक्लिनिक, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर ताले लगवा दिए हैं, जिससे झोलाछाप डॉक्टरों में दहशत का माहौल है। हालात यह हैं कि झोलाछाप डॉक्टर अब अपने अस्पताल और क्लिनिक तक खोलने से भी कतराने लगे हैं, और तो और वे उन जगहों के पास से गुजरने में भी डरने लगे हैं।
सूत्रों के अनुसार, मसेनी चौराहा समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध अस्पतालों का जाल फैला हुआ था, जहां न सिर्फ मरीजों से भारी शुल्क वसूला जाता था, बल्कि कई मरीजों की जान भी चली गई थी। एसीएमओ रंजन गौतम के करीब दो वर्ष पूर्व चार्ज संभालने के बाद इन अवैध अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई शुरू की गई, जिसमें कई पर ताले जड़ दिए गए।
एसीएमओ गौतम ने यूथ इंडिया से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में अवैध अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। अन्य अवैध अस्पतालों की भी पहचान की जा रही है, और उन पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। जिन अस्पतालों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है, उन्हें कागजी कार्रवाई पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर समय सीमा में दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए, तो कठोर कदम उठाए जाएंगे। गौतम ने यह भी संकेत दिया कि बचे हुए अवैध अस्पतालों पर भी जल्द ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अवैध अस्पतालों के बंद होने से जहां झोलाछाप डॉक्टरों में खलबली मची हुई है, वहीं दलालों पर भी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है, जो इन अस्पतालों के संचालन में शामिल थे।
एसीएमओ रंजन गौतम की ताबड़तोड़ छापेमारी से झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप
