नई दिल्ली। राज्यसभा (Rajya Sabha) में कांग्रेस सांसद की सीट के नीचे नोटों की गड्डी मिलने के दावे ने संसद में हंगामा खड़ा कर दिया है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को सूचित किया कि 5 दिसंबर को कार्यवाही स्थगित होने के बाद सीट नंबर 222 से 500 रुपये के नोटों की गड्डी बरामद हुई। यह सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट है।
सभापति धनखड़ ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सिक्योरिटी चेक के दौरान यह गड्डी मिली। उन्होंने कहा, “यह घटना सदन की गरिमा के खिलाफ है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए।”
इस मामले के खुलासे के बाद सदन में तीखी बहस छिड़ गई। विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने सभापति पर आरोप लगाया कि जांच पूरी होने से पहले किसी सांसद का नाम लेना अनुचित है। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और तथ्य सामने नहीं आते, किसी का नाम लेना सही नहीं है।”
दूसरी ओर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “यदि किसी सीट से कुछ बरामद हुआ है और वह सीट किसी सदस्य को अलॉट है, तो उस सदस्य का नाम लेने में कोई गलत बात नहीं है। सदन को सच्चाई बताना जरूरी है।”
इस घटना के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। कांग्रेस ने इसे “षड्यंत्र” करार देते हुए कहा कि यह सरकार की साजिश है ताकि विपक्ष को बदनाम किया जा सके। वहीं, सत्ताधारी दल ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सभापति धनखड़ ने इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मांगी है और स्पष्ट किया है कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी होगी।
यह घटना संसद की कार्यवाही के दौरान पहली बार नहीं है जब इस तरह का विवाद सामने आया है। हालांकि, नोटों की गड्डी का मामला असाधारण है और इसने सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है।