लखनऊ। संभल मस्जिद विवाद ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि मस्जिद के दूसरे सर्वे की आवश्यकता क्यों थी, जबकि पहले सर्वे में सब कुछ स्पष्ट था। उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं किया, जिसके परिणामस्वरूप हिंसा हुई।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए लिखा:
“झूठ को सच की मीठी चाशनी में लपेटकर खिलानेवाले, आईने में कितना शर्मिंदा होंगे, अपना फ़र्ज़ न निभानेवाले।”
इस पर कमिश्नर आंजनेय सिंह ने भी चुप नहीं बैठे। उन्होंने एक शायर की पंक्तियों के माध्यम से अपने जवाब में कहा:
“नेक लोगों में मुझे नेक गिना जाता है, और गुनहगार गुनहगार समझते हैं मुझे। मैं बदलते हुए हालत में ढल जाता हूं, देखने वाले अदाकार समझते हैं मुझे।वो जो उस पार हैं इस पार मुझे जानते हैं ये जो इस पार हैं उस पार समझते हैं मुझे।।”
कमिश्नर ने इस शायरी के जरिए यह संकेत दिया कि वे अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभा रहे हैं, लेकिन कुछ लोग उन्हें गलत समझ रहे हैं।इस बीच, योगी सरकार ने इस विवाद के संदर्भ में समाजवादी पार्टी के दो नेताओं को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।