नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) को याद करते हुए एक भावुक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने टाटा की जिंदगी, उनके सिद्धांतों, और देश के प्रति उनके योगदान को गहराई से संजोया है। पीएम मोदी ने लिखा कि आज रतन टाटा जी के निधन को एक महीना हो गया है, और उनकी अनुपस्थिति की पीड़ा भुला पाना आसान नहीं है। “भारत ने अपने एक महान सपूत को खो दिया है,” उन्होंने कहा।
रतन टाटा: देश की क्षमता के पहचानकर्ता और प्रेरणास्रोत
पीएम मोदी (PM Modi)ने अपने लेख में रतन टाटा जी को भारतीय उद्यमशीलता की बेहतरीन परंपराओं का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि टाटा जी ने अपने नेतृत्व में टाटा समूह को वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता, ईमानदारी, और विश्वसनीयता का प्रतीक बना दिया। वे न केवल उद्योग जगत में बल्कि समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, और नवाचार में भी सक्रिय थे।
टाटा जी ने भारतीय युवाओं को प्रेरणा दी कि वे बड़े सपने देखें और जोखिम उठाने से न घबराएं। पीएम ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि ने भारत में इनोवेशन और आंत्रप्रेन्योरशिप की संस्कृति को मजबूत किया। उनका योगदान आने वाले दशकों में भी भारत की नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।
पर्यावरण और समाज सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता
रतन टाटा का जीव-जंतुओं के प्रति गहरा प्रेम भी सबके सामने था। पीएम ने उनकी संवेदनशीलता को याद करते हुए बताया कि टाटा जी का डॉग गोवा भी उनके अंतिम विदाई समारोह में पहुंचा था, जो उनके करुणामय हृदय का परिचायक है।
नेशन फर्स्ट का आदर्श और 26/11 के दौरान साहसी नेतृत्व
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि टाटा जी ने हमेशा “नेशन फर्स्ट” की भावना को सर्वोपरि रखा। 26/11 के हमलों के बाद उन्होंने मुंबई के ताज होटल को पुनः खोलकर एक साहसिक कदम उठाया, जो भारत की अडिगता का प्रतीक बना। पीएम ने कहा कि टाटा जी का यह निर्णय हमारे देश के न झुकने के संकल्प को दर्शाता है।
स्वच्छ भारत मिशन और स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान
स्वच्छ भारत मिशन और कैंसर के खिलाफ लड़ाई में भी टाटा जी का योगदान महत्वपूर्ण था। पीएम ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं और कैंसर देखभाल को सुलभ और सस्ता बनाने के उनके प्रयास भारत के लाखों नागरिकों के प्रति उनकी संवेदनशीलता का प्रमाण हैं।
दया और मानवता की मिसाल
प्रधानमंत्री (PM Modi)ने कहा कि रतन टाटा जी ने ऐसा समाज बनाने का सपना देखा जहां हर किसी की क्षमता को महत्व दिया जाए और प्रगति का मापदंड सभी के कल्याण के आधार पर हो। टाटा जी का जीवन न केवल उनकी उपलब्धियों से बल्कि उनकी दयालुता और दूसरों के लिए सहयोग करने की भावना से प्रेरित है।
पीएम मोदी (PM Modi)की श्रद्धांजलि: भारत ने एक अमूल्य रत्न खो दिया
अपने लेख के अंत में पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि रतन टाटा जी की कमी हमेशा खलेगी। उन्होंने उन्हें एक विद्वान और महान व्यक्ति बताया, जिन्होंने हर स्तर पर समाज की भलाई के लिए काम किया। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि टाटा जी का यह विजन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और भारत के भविष्य को मजबूती प्रदान करेगा।