यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को चुनौती देते हुए जिले के कुछ चुनिंदा और सत्ता से जुड़े करीबी लोग माफिया अनुपम दुबे और इसके गैंग को राहत दिलाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। एडीजी कानपुर जोन आलोक सिंह की दिन रात की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है।सूत्रों के अनुसार, ये लोग गुपचुप तरीके से मामले को ठंडा करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे मुख्यमंत्री की सख्त नीति को धक्का लग सकता है।
अनुपम दुबे, जिनके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं, पर हाल ही में प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के बावजूद कुछ स्थानीय रसूखदार लोग उन्हें संरक्षण देने में जुटे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, सत्ता के इन करीबी लोगों ने विभिन्न माध्यमों से उच्च अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं ताकि मामले को धीमा किया जा सके और अनुपम दुबे को राहत मिल सके।
यह घटनाक्रम मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल खड़े करता है, जो माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा करती है। हालांकि, इन रसूखदार लोगों की मुहिम से यह नीति कमजोर पड़ती नजर आ रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन इस दबाव के आगे झुकता है या मुख्यमंत्री की नीति को कायम रखते हुए सख्त कदम उठाए जाते हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जिलाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि माफियाओं के खिलाफ कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फिर भी, अनुपम दुबे को राहत दिलाने की ये गुपचुप कोशिशें कानून और प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर करने की तरफ इशारा करती हैं।
आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं। क्या सत्ता के करीबी इन प्रयासों से माफिया अनुपम दुबे को राहत मिलेगी या मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति फिर से अपनी ताकत दिखाएगी, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।
अनुपम के भाई डब्बन के मुकदमे की फाइल चोरी, केस दर्ज
फर्रुखाबाद। थाना मऊ दरवाजा की चौकी बीबीगंज से माफिया अनुपम दुबे के 50 हजार इनामिया गुंडा भाई अनुराग दुबे डब्बन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण मुकदमे की फाइल चोरी हो गई है। इस मामले में एसआई बलवीर सिंह ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह घटना तब सामने आई जब न्यायालय में पेश किए जाने वाले इस मामले की फाइल गायब पाई गई।
जमीन के फर्जी बैनामे का मामला: यह मामला मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र का है, जिसमें जमीन का फर्जी तरीके से बैनामा कराने के आरोप में बृजेंद्र मोहन अग्निहोत्री, अनुराग दुबे उर्फ डब्बन, नोटरी राजीव कुमार, स्तंभ विक्रेता ज्ञान प्रकाश गुप्ता समेत अन्य पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले की विवेचना अधिकारी सुदेश कुमार को दी गई थी, और फाइल चौकी बीबीगंज को डाक के माध्यम से भेजी गई थी। जब एस आई सुदेश कुमार से मुकदमे के कागजात मांगे गए, तो उन्होंने बताया कि फाइल चौकी बीबीगंज में है। परंतु, चौकी में पूछताछ के बाद पता चला कि फाइल चोरी हो चुकी है। इस पर एसआई बलवीर सिंह ने थाना मऊ दरवाजा में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। यह मामला माफिया अनुपम दुबे के भाई से संबंधित है, जिससे यह संदेह पैदा हो रहा है कि फाइल चोरी उनके बचाव के लिए की गई हो सकती है। मामले की जांच जारी है।