– इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस’ समारोह में मुख्यमंत्री ने किया संबोधन
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi) ने मंगलवार को गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित ‘महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस’ समारोह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि (Maharishi Valmiki) ने समाज को धर्म, ज्ञान और समरसता के पथ पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने ‘रामायण’ जैसी अद्भुत काव्य रचना के माध्यम से मानवता को जीवन का आदर्श मार्ग दिखाया। योगी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जीवन समाज में समानता, न्याय और सद्भाव का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा —
“आज गर्व का विषय है कि देश का पहला इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो अयोध्या में निर्मित हुआ है, उसे महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर समर्पित किया गया है। इसी तरह अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सप्तऋषियों के मंदिरों में से एक मंदिर महर्षि वाल्मीकि जी को समर्पित किया गया है। यह हमारी सनातन परंपरा के प्रति सम्मान और ऋषियों के योगदान का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि के विचार युगों-युगों तक समाज का मार्गदर्शन करते रहेंगे। “महर्षि वाल्मीकि ने यह संदेश दिया कि कोई व्यक्ति अपने कर्म और ज्ञान से समाज में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर सकता है,” योगी ने कहा। कार्यक्रम में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के पदाधिकारी, समाजसेवी, विद्वान एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके जीवन संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।